'मासिक धर्म' जिसे पीरियड भी कहा जाता है. एक एक नैचुरल प्रोसेस है. जब महिला अपने रिप्रोडक्टिव एज में होती है तो हर महिला या लड़की को महीने में एक बार यह होता है. जैसा कि आप जानते हैं यह एक बायॉलोजिकल प्रोसेस है जो एक औरत को पुरुष से अलग बनाता है.   यह किसी भी लड़की की एकदम यंग एज यानि 12 से 15 साल की उम्र से शुरू होता है और जब वह एक महिला बन जाती है यानि 50 से लेकर 55 के बीच में यह खत्म हो जाता है. 


दरअसल, इस प्रोसेस में ओवरी की आउटर बाउंड्री टूटकर निकलने लगती है. जिसे एंडोमेट्रियम भी कहा जाता है. हर महिला का पीरियड्स साइकल अलग होता है. आमतौर पर पीरियड्स के ब्लड में कई तरह चेंजेज देखने को मिलते हैं. किसी का काफी ज्यादा रेड तो किसी का काला, ऑरेंज हो सकता है. इसे देखकर लोग परेशान हो सकते हैं. ऐसे में सवाल यह है कि आपको क्या करना चाहिए? 


पीरियड्स का रंग ऐसे कलर का भी हो सकता है


पीरियड्स का ब्लड सिर्फ लाल ही नहीं, बल्कि अलग-अलग रंगों में भी हो सकता है. Gynaecologist के मुताबिक पूरे पीरियड्स साइकल के दौरान, मासिक धर्म के ब्लड का रंग गहरा लाल, गुलाबी या भूरे रंग से लेकर विभिन्न रंग के हो सकते हैं. वास्तव में, मासिक धर्म का रक्त काला, नारंगी, हरा या भूरा भी हो सकता है.


ओनली माई हेल्थ में छपी खबर के मुताबिक डॉ. त्यागी के अनुसार, इन अलग-अलग रंगों के कई कारण होते हैं. जिनमें प्रारंभिक गर्भावस्था, संक्रमण और भी बहुत कुछ शामिल हैं. हमें मासिक धर्म के रक्तस्राव के विभिन्न चरणों के बारे में बताते हुए. डॉक्टर कहती हैं किआपके मासिक धर्म की शुरुआत में, ताजा रक्त आमतौर पर चमकदार लाल होता है. वेबएमडी के अनुसार, चमकीले लाल रक्त का मतलब है कि आपका रक्त ताजा है और कुछ समय से गर्भाशय या योनि में नहीं गया है. यदि आपका प्रवाह भारी है, तो रक्त गहरा दिखाई दे सकता है, खासकर यदि थक्के हों. पीरियड्स के आखिरी दिनों में ब्राउन ब्लड भी निकल सकता है. यह रंग इसलिए है क्योंकि रक्त को हवा के साथ प्रतिक्रिया करने का मौका मिला है,. डॉक्टर आगे कहते हैं.यदि आपके मासिक धर्म का रक्त गुलाबी है तो इसका मतलब है कि आपका मेनोपॉज आने वाला है. 


अगर आपके पीरियड्स का कलर ब्राउन या काले रंग का है तो इसका अर्थ यह है कि वह ब्लड आपके गर्भाशय में काफी देर तक रहा है. जिसके कारण वह ऑक्सीकृत हो जाता है. वहीं अगर आपको व्हाइट डिस्चार्ज बहुत ज्यादा हो रहा है. उसके साथ-साथ बुखार, दर्द और दुर्गंध जैसे लक्षण शरीर में दिखाई दे रहे हैं तो आपको बिना समय गवाएं डॉक्टर से तुरंत बात करनी चाहिए.  अगर किसी को पीरियड्स हर 3 से 10 दिनों के बीच या 3-6 सप्ताह के बीच हो रहा है तो फिर यह दिक्कत वाली बात है और आपको तुरंत इसे डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए. 


काले या बहुत गहरे मासिक रक्त के अन्य सामान्य कारणों में शामिल हैं:


हार्मोनल जन्म नियंत्रण विधियों का उपयोग.


कुछ दवाएं, विशेष रूप से रक्त पतला करने वाली दवाएं और हार्मोनल उपचार.


एंडोमेट्रियोसिस, फाइब्रॉएड, या गर्भाशय पॉलीप्स जैसी अंतर्निहित चिकित्सा स्थितियां; ये बहुत ही दुर्लभ मामलों में होते हैं.


आहार या तनाव के स्तर में परिवर्तन, जो हार्मोनल संतुलन और मासिक धर्म प्रवाह को प्रभावित कर सकता है.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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