Patanjali News: योग को अपनाने से न केवल शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है, बल्कि मानसिक संतुलन और आध्यात्मिक जागरूकता भी प्राप्त होती है. आज के तनावपूर्ण जीवनशैली में योग एक प्रभावी उपाय साबित हो रहा है, जहां इसे स्वास्थ्य, ध्यान और आत्म-साक्षात्कार के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है. यही कारण है कि योग अब केवल प्राचीन परंपरा नहीं, बल्कि एक वैश्विक स्वास्थ्य आंदोलन बन चुका है. पिछले कुछ सालों में योग गुरु बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि ने भी शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के लिए लाखों लोगों का ध्यान योग की ओर आकर्षित किया है. 


पतंजलि योग के मुताबिक, इसका मुख्य उद्देश्य व्यक्ति के शरीर, मन और आत्मा के बीच संतुलन स्थापित करना है. इसमें आठ अंगों का समावेश है, जिन्हें अष्टांग योग कहा जाता है. ये अंग हैं...



  1. यम (नैतिक सिद्धांत)

  2. नियम (व्यक्तिगत अनुशासन)

  3. आसन (शारीरिक मुद्राएं)

  4. प्राणायाम (सांस नियंत्रण)

  5. प्रत्याहार (इंद्रियों का नियंत्रण)

  6. धारणा (एकाग्रता)

  7. ध्यान (मेडिटेशन)

  8. और समाधि (आध्यात्मिक एकता)


संस्थान में आयोजित की किए जाते हैं योग सत्र और कार्यशालाएं


पतंजलि का दावा है कि पतंजलि योग फाउंडेशन जैसे संस्थान इस प्राचीन परंपरा को आधुनिक जीवनशैली में समाहित करने के लिए प्रयासरत हैं. उत्तराखंड की योग नगरी ऋषिकेश में स्थित यह संस्थान योग और आयुर्वेद के जरिए समग्र स्वास्थ्य प्रदान करता है. यहां कई प्रकार के योग सत्र और कार्यशालाएं आयोजित की जाती हैं, जैसे हठ योग, अष्टांग योग, कुंडलिनी योग और चिकित्सीय योग.




चिकित्सीय योग, विशेष रूप से, उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो तनाव, चिंता, और अन्य जीवनशैली से संबंधित समस्याओं से जूझ रहे हैं. इसमें आसन, प्राणायाम, ध्यान और विश्राम तकनीकों का उपयोग किया जाता है.


आयुर्वेद भी पतंजलि योग फाउंडेशन के कार्यक्रमों का हिस्सा


योग का पूरक आयुर्वेद भी पतंजलि योग फाउंडेशन के कार्यक्रमों का हिस्सा है. यहां व्यक्तिगत आयुर्वेदिक परामर्श दिए जाते हैं, जिसमें आहार, जीवनशैली और जड़ी-बूटियों के माध्यम से स्वास्थ्य को बनाए रखने के उपाय सुझाए जाते हैं.


पतंजलि योग की लोकप्रियता का एक बड़ा कारण यह है कि यह केवल शारीरिक स्वास्थ्य तक सीमित नहीं है, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक विकास पर भी जोर देता है. यह लोगों को तनावमुक्त जीवन जीने और आत्म-साक्षात्कार की ओर प्रेरित करता है.


लगातार बढ़ रही है लोकप्रियता- पतंजलि


पतंजलि योग फाउंडेशन का कहना है कि शांत और प्राकृतिक वातावरण आत्म-संवेदन और मानसिक शांति के लिए आदर्श है. कंपनी का दावा है कि संपूर्ण जीवन शैली में सुधार की तलाश कर रहे लोग पतंजलि योग फाउंडेशन की ओर रुख कर रहे हैं और इसकी लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है.


योग के प्रति जागरूकता फैला रहे कई संस्थान


जैसा कि हम बता चुके हैं कि भारत में योग की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है और यह न केवल एक प्राचीन अभ्यास के रूप में बल्कि आधुनिक जीवन शैली के हिस्से के रूप में भी पहचाना जा रहा है. इसके प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए सरकार, स्वास्थ्य संगठन और पतंजलि के अलावा भी कई निजी संस्थान भी सक्रिय रूप से योगदान दे रहे हैं.


यह भी पढ़ें-


किडनी की दवा रीनोग्रिट ने अंतरराष्ट्रीय शोध सूची में बनाई जगह, पतंजलि ने बताया 'ऐतिहासिक उपलब्धि'