हर समय कुछ ना कुछ खाते रहते हैं... कम उम्र में आपको अपना शिकार बना लेंगी ये 10 बीमारियां
Munching Something All The Time: हर समय कुछ ना कुछ खाते रहने की आदत स्ट्रेस के कारण भी हो सकती है और बॉडी में न्यूट्रिशन की कमी के कारण भी. यहां आपके लिए जरूरी जानकारी दी गई है.
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Eating Something All The Time: क्या आपका मन भी हर समय कुछ ना कुछ खाने का होता है... क्या आप बिना च्यूमिंग किए नहीं रह पाते हैं? मतलब हर समय मुंह में कुछ ना कुछ होना चाहिए ताकि चबाते रहें... अगर ऐसा है तो इतना जान लीजिए कि आपको ये आदत सिर्फ इसलिए नहीं है क्योंकि आपको भूख अधिक लगती है. बल्कि आपकी इस आदत की एक वजह स्ट्रैस भी हो सकता है.
हर समय कुछ ना कुछ खाते रहने की आदत पेट में कीडे़ होने के कारण है या फिर स्ट्रैस के कारण, ये तो मेडिकल जांच के बाद ही पता चलेगा और डॉक्टर्स इस बारे में आपको बेहतर बता पाएंगे. इसलिए अगर इस तरह की समस्या से जूझ रहे हैं तो अपने डॉक्टर से तुरंत मिलें. साथ ही यह भी जान लें कि अगर आपने हर समय कुछ ना कुछ खाते रहने की अपनी आदत पर जल्दी कंट्रोल नहीं किया तो कौन-सी 10 बीमारियां आपको कम उम्र में अपना शिकार बना लेंगी...
हर समय खाते रहने से क्या होता है?
जो लोग हर समय कुछ ना कुछ खाते रहते हैं जैसे, भोजन के बाद कभी चिप्स, कभी दूसरे स्नैक्स, कभी फ्रूट्स कभी चाय-कॉफी, कभी कैंडी तो कभी च्यूंगम या माउथ फ्रेशनर्स इत्यादि उन्हें पाचन संबंधी बीमारियां हो जाती हैं, जो समय के साथ क्रॉनिक डिजीज में भी बदल सकती हैं. इन बीमारियों के नाम जान लें...
- ब्लोटिंग
- अपच या पेट में भारीपन
- ब्रेन फोग (सोचने-समझने की क्षमता कम होना)
- ऐक्ने (त्वचा पर कील-मुहांसे)
- नींद की कमी
- स्ट्रेस (तनाव)
- एंग्जाइटी (हर समय चिंता में रहना)
- कॉन्स्टिपेशन (कब्ज)
- लूज मोशन (दस्त)
- इम्युनिटी कमजोर होना (जल्दी-जल्दी बीमार होना)
खाने के आयुर्वेदिक नियम क्या हैं?
हेल्दी इटिंग हैबिट्स के बारे में आयुर्वेद में बहुत ही आसान रूल्स दिए गए हैं. ताकि आपका डायजेशन कभी खराब ना हो और आपको पेट संबंधी या मेटाबॉलिज़म संबंधी बीमारियां ना हों...
- भूख लगने पर ही कुछ खाएं.
- खाना हमेशा ही भूख से थोड़ा कम खाएं ताकि पाचन आसान हो रहे.
- डिहाइड्रेशन के कारण भी क्रेविंग होती है इसलिए शरीर को हाइड्रेट रखें.
- पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से भूख को सही बनाए रखने में मदद मिलती है.
- भोजन के बीच में या तुरंत बाद पानी नहीं पीना चाहिए. जरूरी हो तो गुनगुने पानी का यूज करें.
- अपने मन और शरीर के बीच संतुलन को बनाए रखें, इसमें योग और ध्यान करने से फायदा मिलेगा.
- जो लोग बहुत अधिक तनाव में रहते हैं, उन्हें भी हर समय भूख का अहसास हो सकता है. हालांकि इस समय पर भूख वास्तव में लग नहीं रही होती लेकिन आप खुद को खाने से रोक नहीं पाते. इसलिए मन को शांत रखना जरूरी है.
- भोजन करते समय पूरा ध्यान खाने पर ही रखें. भोजन के स्वाद और खुशबू को फील करें. इससे आपकी टेस्ट बड्स शांत होंगी और जल्दी ही क्रेविंग नहीं होगी.
- भोजन पालथी लगाकर, जमीन पर बैठकर और हाथ से खाया जाए तो स्वाद और तृप्ति दोनों बढ़ते हैं और भूख को सही रूप में शांत करने में मदद मिलती है.
- भोजन में वैरायटी कम रखें लेकिन सभी 6 स्वाद को शामिल करने का प्रयास करें. इससे पाचन सही बना रहता है.
- भोजन में क्वालिटी फूड ही खाएं. ताकि शरीर में पोषक तत्वों की कमी दूर हो और आपको बार-बार भूख का अहसास ना हो.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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