मस्कुलर डिस्ट्रॉफी (Muscular Dystrophy) बच्चों में होने वाली एक गंभीर बीमारी है. इस बीमारी में मांसपेशियां धीरे-धीरे कमजोर हो जाती हैं, जिससे बच्चे ठीक से चल-फिर नहीं पाते. यह बीमारी इसलिए खतरनाक है क्योंकि मांसपेशियां समय के साथ काम करना बंद कर देती हैं. इससे बच्चों को रोजमर्रा के काम करने में भी दिक्कत होती है. दिल और फेफड़ों की मांसपेशियां भी प्रभावित होती हैं, जिससे ज्यादातर मामलों में मौत हो जाती है. मस्कुलर डिस्ट्रॉफी का कोई स्थाई इलाज नहीं है. आइए जानते हैं इसके बारे में..






बीमारी के लक्षण
मस्कुलर डिस्ट्रॉफी के लक्षण बच्चों में जल्दी दिखाई देने लगते हैं. इस बीमारी में मांसपेशियां धीरे-धीरे कमजोर हो जाती हैं, जिससे कई समस्याएं उत्पन्न होती हैं. बच्चों को चलने-फिरने में दिक्कत होती है और वे जल्दी थक जाते हैं. कई बार बच्चे चलते-चलते अचानक गिर जाते हैं क्योंकि उनकी मांसपेशियां कमजोर होती हैं. सीढ़ियां चढ़ने में भी परेशानी होती है, जिससे बच्चों को ऊपर-नीचे जाने में कठिनाई होती है. समय के साथ यह बीमारी और गंभीर हो जाती है, जिससे बच्चों के दिल और फेफड़ों की मांसपेशियां भी प्रभावित हो सकती हैं.