क्यों बार-बार रोने लगता है बच्चा? मां को पता होनी चाहिए बच्चों की सेहत से जुड़ी ये 5 जरूरी बातें
कई बार बच्चे की तकलीफ सिर्फ लंगोट गीले होने या शरीर के किसी हिस्से में दर्द होने तक सीमित नहीं होती. ऐसी और भी कई वजह हैं, जिनके कारण बच्चे अक्सर रोने लगते हैं. आइए जानते हैं उन कारणों के बारे में...
Why Babies Cry: शिशु का रोना कई बार माओं के लिए चिंता का सबब बन जाता है. क्योंकि छोटे बच्चे अपना दुख सिर्फ रोकर ही बयां कर सकते हैं. हालांकि उनके रोने की वजह का पता लगा पाना टेढ़ी खीर के समान है. कभी वो शाम को रोने लगते हैं तो कभी सुबह तो कभी आधी रात को उठकर रोने लगते हैं. ऐसी स्थिति में माओं को लगता है कि शायद बच्चे ने अपनी लंगोट खराब कर ली है, इसलिए वो रो रहा है. हालांकि कई बार बच्चे की तकलीफ सिर्फ लंगोट गीले होने या शरीर के किसी हिस्से में दर्द होने तक सीमित नहीं होती. ऐसी और भी कई वजह हैं, जिनकी वजह से बच्चे अक्सर रोने लगते हैं.
बच्चा क्यों रोता है?
1. अगर आपका बच्चा रोजाना एक ही वक्त पर, खासतौर से शाम को ज्यादा रोता है तो इसकी संभावना ज्यादा है कि उसे कोलिक डिजीज हो. इस बीमारी में बच्चे के पेट में बहुत तेज मरोड़ उठता है, जिसकी वजह से वो लगातार रोते हैं और कुछ खाने या पीने को भी तैयार नहीं होता. यह बीमारी शिशुओं को 3 महीने तक बहुत परेशान करती है. हालांकि 3 महीने के बाद यह अपने आप ठीक हो जाती है.
2. शिशुओं के रोने की दूसरी वजह उन्हें पहनाए जाने वाले कपड़ हो सकते हैं. अगर बच्चे को बहुत ज्यादा टाइट या अनकंफर्टेबल लगने वाले कपड़े पहनाए गए हैं तो इनसे उन्हें परेशानी हो सकती है या शरीर में चुभन महसूस हो सकती है. अगर गर्मी का मौसम है तो बच्चे को हल्के और सॉफ्ट कपड़े पहनाएं. सर्दियों में उन्हें ज्यादा टाइट कपड़े पहनाने से बचें.
3. चूंकि बच्चा मां का दूध पीता है, इसलिए उसको कुछ परेशानियां मां के गलत खानपान की वजह से होती हैं. अगर मां पेट में गैस बनाने वाली या ज्यादा मसालेदार भोजन करती है तो इससे बच्चे को भी तकलीफ हो सकती है. मां के साथ-साथ बच्चे को भी बदहजमी, पेट में दर्द और गैस की दिक्कत हो सकती है.
4. बच्चों को कभी-भी ज्यादा खिलाने या पिलाने से भी बचना चाहिए. जरूरत से ज्यादा दूध पीने या कुछ खाने से भी बच्चे की तबीयत बिगड़ सकती है. उनका पेट ज्यादा खाने की वजह से फूलने लगता है, जिसके कारण उन्हें बेचैनी होती है और फिर वे रोने लगते हैं.
5. कई बार बच्चे का झटके से हाथ पकड़ने या गर्दन अचानक लटक जाने से उनकी हड्डी डिस्लोकेट हो जाती है. जिसकी वजह से वे रोने लगते हैं. इसलिए उन्हें पकड़ते वक्त हमेशा एहतियात बरतें.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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