Menstrual Problem: दुनियाभर में कई महिलाओं के लिए पीरियड्स एक पर्सनल और प्राइवेट टॉपिक होता है. इस टॉपिक पर वो किसी और के साथ चर्चा नहीं करती हैं. यही वजह है कि वे अपने पीरियड साइकिल से चुपचाप जूझती रहती हैं. नेशनल हेल्थ सर्विस के लिए महिला हेल्थ एक्सपर्ट्स डॉ. सुजाना अन्सवर्थ ने कई सारी महिलाओं से इस बारे में बात की. इन सभी महिलाओं को पीरियड्स की समस्या से जूझना पड़ा है और इन्होंने इसे सामान्य माना है. 


द मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, डॉ. सुजाना अन्सवर्थ ने बातचीत में यह बताया कि पीरियड्स को कितने दिनों तक होना चाहिए? क्यों कुछ महिलाओं को ज्यादा और हैवी पीरियड्स होते हैं? ऐसा होने पर कब डॉक्टर से बात करनी चाहिए? एक्सपर्ट ने कहा कि किसी भी पीरियड की अधिकतम अवधि सात से 10 दिनों के बीच होनी चाहिए. उन्होंने बताया कि अगर आपके पीरियड्स 10 दिनों से ज्यादा दिनों तक रहते हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर से बात करनी चाहिए.


कब डॉक्टर को दिखाना चाहिए? 


उन्होंने यह भी कहा कि आपको सिर्फ अपनी अवधि पर ध्यान नहीं देना है, बल्कि पूरे पीरियड साइकिल पर भी ध्यान देना है. एनएचएस के मुताबिक, औसत महिला को हर 28 दिनों में पीरियड्स होते हैं. हालांकि अगर आपका साइकिल छोटा हो रहा है और 24 दिनों से कम है तो आपको जांच करानी चाहिए. उन्होंने बताया कि पीरियड्स को लेकर हर किसी का अनुभव अलग-अलग होता है, लेकिन किसी को भी इसकी वजह से ज्यादा दिक्कत नहीं होनी चाहिए.


पीरियड्स को प्रभावित करती हैं ये समस्याएं


एक्सपर्ट कहती हैं कि अगर पीरियड्स आपके दैनिक जीवन पर प्रभाव डाल रहे हैं या आपको तकलीफ दे रहे हैं तो ऐसी स्थिति में डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है. ऐसी कई चीजें हैं जो पीरियड्स पर अलग-अलग तरह से प्रभाव डालती हैं, जैसे कि हार्मोनल चेंजेस, पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम जैसी कंडीशन. ये स्थितियां आपके पीरियड्स के साइकिल में बदलाव का कारण बन सकती हैं या दिक्कत पैदा कर सकती हैं. इसलिए किसी भी असामान्य स्थिति में डॉक्टर से जांच जरूर कराएं. 


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