नई दिल्ली: एक स्टडी के मुताबिक जो लोग फैट-फ्री डाइट लेते हैं या जो लो-फैट डायट लेते हैं उनकी मौत जल्दी होनी की संभावना 4 गुना ज्यादा है.
क्या कहती है रिसर्च-
लांसेट ने 1,35,000 एडल्ट्स की जांच की और उन्हें पता चला कि जो लोग कम फैट डायट लेते हैं उनकी लाइफ-साइकल मक्खन, चीज़ और मीट खाने वाले लोगों से कम थी.
लो फैट डायट के नुकसान-
ये स्टडी उस हेल्थ एडवाइस के विरोध में है जो लोगों को अपनी डायट में फैट वाली चीजें कम करने को बोलती है. नेशनल हेल्थ सर्वे कम फैटी फूड्स खाने को भी मना करता है क्यूंकि ये कोलेस्ट्रॉल लेवल को बढ़ाता है और हार्ट डिजीज़ का खतरा भी बढ़ाता है.
कार्ब्स फूड होते हैं कम हेल्दी-
जो लोग अपनी डाइट में फैट कम करते हैं वो कार्ब्स ज्यादा लेते हैं जैसे पास्ता, ब्रेड और चावल. लेकिन वो ये नहीं जानते कि उनकी बॉडी के लिए महत्वपूर्ण न्यट्रशिंस कम हो गए हैं. कार्ब्स वाले फूड्स ज्यादा अनहेल्दी होते हैं. स्टडी में ये पाया गया है की चीनी और प्रोसेस्ड मील से जल्दी मरने की सम्भावना 28% तक बढ़ जाता है.
रिसर्च के नतीजे-
18 देशों की कैनेडियन रिसर्च के नतीजों में पाया गया कि कम फैट वाले खाने से 13% जल्दी मरने की संभावना है. फैट वाले फूड हाई लेवल में लेने से डेथ रेट 23% से कम हो सकता है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट-
मक मास्टर यूनिवर्सिटी के डा.एंड्रू मेंते का कहना है की फैटी फूड्स की 35% कैलोरी अच्छे स्वास्थ्य के लिए सही है. NHS के नियम के अनुसार, पुरुषों को प्रति दिन 30 ग्राम और महिलाओं को 20 ग्राम सैचुरेटेड फैट खाना चाहिए. डॉ. कहा जो भी कार्बोहाइड्रेट्स कैलोरी को 60% से अधिक लेता है तो उसको जल्दी मरने का खतरा ज्यादा है.
नोट: ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें.