एक अच्छी हेल्थ के लिए नींद बेहद जरूरी है. इससे मन और शरीर दोनों अच्छा बना रहता है. एक बिजी शेड्यूल के बाद हम अपने बेड पर जाते हैं और नींद लेते हैं तो बस ऐसा लगता है कि पूरी शरीर की थकावट दूर हो गई है. सुबह उठने के बाद हमें तरोताजा और एनर्जेटिक फिल होता है.  वहीं कुछ लोग ऐसे हैं जिन्हें सुबह उठने के साथ शरीर में दर्द महसूस होता हैं. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि ऐसा क्यों होता है? सुबह उठते वक्त शरीर में दर्द के कई कारण हो सकते हैं. जैसे- बुखार, अगर आप ट्रेवल करके आए हैं तो उसके बाद की थकान, शरीर में पानी की कमी, डायबिटीज, ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया आदि हो सकता है.


इन वजहों से सुबह उठने के साथ शरीर में रहता है दर्द


पारस हॉस्पिटल्स इंटरनल मेडिसिन के सीनियर कंसल्टेंट डॉ संजय गुप्ता के मुताबिक सुबह उठने के साथ शरीर में दर्द के कई कारण हो सकते हैं. कई बार ऐसा होता है कि आप अपनी नींद काफी दिनों से पूरी नहीं कर रहे हैं. हर व्यक्ति के नींद लेने का तरीका अलग होता है. ज्यादातर लोगों के लिए साइड स्लीपिंग सबसे अच्छा काम करती है. खासतौर पर उन लोगों के लिए जिन्हें सोते समय सांस लेने में तकलीफ होती है, जिसमें ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया भी शामिल है. ऐसा इसलिए है क्योंकि "अतिरिक्त वजन आपकी गर्दन और पीठ पर दबाव डालता है, जिसके परिणामस्वरूप असुविधा होती है.


इसके साथ ही अधिक वजन होने के कारण भी आपको सोते समय सांस लेने में तकलीफ हो सकती है. जो आपकी नींद को भी इफेक्ट कर सकती है. शरीर में दर्द आपके बिस्तर के गद्दे के कारण भी हो सकती है. सिर्फ इतना ही नींद की कमी के कारण कई बीमारियां के साथ-साथ दिल की बीमारी और स्ट्रोक का कारण भी बन सकती है. 


ओखला रोड फोर्टिंस एस्कॉर्ट्स के जॉइंट रिप्लेसमेंट एंड ऑर्थोपेडिक्स के डायरेक्टर डॉ. अमन दुआ के मुताबिक सुबह-सुबह शरीर में दर्द भी रूमेटाइड आर्थराइटिस जैसे इंफ्लेमेटरी आर्थराइटिस का एक प्रमुख लक्षण है. सुबह की जकड़न एक काफी सामान्य लक्षण है. विशेष रूप से बुजुर्ग मरीजों में पहले से मौजूद जोड़ों के दर्द और रुमेटीइड गठिया के मरीजों में अक्सर यह लक्षण देखा जाता है. 


 शरीर में दर्द आम है और थकान का कारण हो सकता है, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि वे अन्य स्थितियों का संकेत भी हो सकते हैं. हालांकि अधिकांश शारीरिक दर्द हानिकारक नहीं होते हैं, फिर भी यह जानना महत्वपूर्ण है कि उन्हें क्या होता है और डॉक्टर से कब सलाह लेना चाहिए. शरीर में दर्द किस तरह की है और दोनों में उतार-चढ़ाव हो रहा है या नहीं. हमेशा एक चीज का ध्यान देना चाहिए कि वह यह कि स्थायी दर्द या तेज दर्द से बचना चाहिए. जबकि कुछ दर्द मांसपेशियों में तब होता है जब हम जागते हैं. कई बार तनाव के कारण भी शरीर में दर्द हो सकता है.