विटामिन्स हमारे शरीर के लिए बेहद आवश्यक होते हैं. इसलिए विटामिन्स की गोलियां और सप्लीमेंट्स के विज्ञापन आपको हर जगह देखने को मिलते हैं. जो आपकी सुस्ती और थकान का कारण विटामिन की कमी है बताते हैं. ऐसे बहुत से लोग होते हैं जो इन विज्ञापनों से प्रभावित होकर इन गोलियां को खरीद लेते हैं और बिना डॉक्टर की सलाह के खाने भी लगते हैं. लेकिन क्या आपके शरीर को सच में इन विटामिन्स की जरूरत है? इसलिए इन गोलियों का सेवन करने से पहले इसके साइड-इफेक्ट के बारे में भी जान लेना चाहिए, नहीं तो यह आपकी सेहत को भारी नुकसान पहुँचा सकता है, तो आइए आज हम आपको बताते हैं इसके बारे में.
विटामिन की गोलियां खाने की सलाह नहीं देते FDA और USDA
हालहि में जो भी डाइट्री सप्लीमेंट्स बाजार में मौजूद हैं, वे सभी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) और युनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर (USDA) के रेगुलेशन में नहीं आते हैं. इसका मतलब है कि ये कंपनियां खुद ही निरीक्षण करती हैं और परिणाम का दावा करती हैं. ऐसे विटामिन्स और सप्लीमेंट्स लोगों के उपयोग के लिए कितने सेफ हैं, ये भी कंपनियां खुद ही सुनिश्चित करती हैं. मगर किसी सप्लीमेंट से किसी इंसान को हानि होती है, तो FDA उसका उत्पादन रोक सकता है, लेकिन इससे कोई फायदा न हो, तो इसके बारे में वह कुछ नहीं कर सकता है.
डॉक्टर की सलाह के बिना विटामिन की गोली न खाएं
ज्यादातर लोगों को लगता है कि विटामिन की गोलियों के कोई साइड इफेक्ट नहीं होते, इसलिए लोग किसी की भी सलाह पर कोई भी गोली खा लेते हैं, ये विचार बहुत गलत होता है. ऐसा जरूरी नहीं कि जिस व्यक्ति को इन विटामिन्स की जरूरत है, उन्ही विटामिन्स की आपके शरीर को भी जरूरत हो, इसलिए किसी के सुझाव के आधार पर आपको कभी भी किसी भी तरह की गोलियों का सेवन नहीं करना चाहिए.
विटामिन की गोलियां भोजन का विकल्प नहीं
विटामिन की गोलियां खास जरूरत पड़ने पर ही दी जाती हैं. अगर आपके शरीर में ऊर्जा और विटामिन्स की कमी है, तो आप ऐसे में हेल्दी डाइट अपनाकर उन विटामिन की कमी को पूरा करें. इसके लिए आप फलों, सब्जियों, अनाज, नट्स और दालों, मशरूम, सोयाबीन्स, मछली, चिकन, अंडे आदि का सेवन कर अपने विटामिन्स और मिनरल्स की कमी को पूरा करें. इसलिए अपनी डाइट सही करें, न कि विटामिन की गोलियां खाना शुरू कर दें.
मल्टीविटामिन का ओवरडोज हो सकता है खतरनाक
मल्टीविटामिन की गोलियां का सेवन कई बार बेहद खतरनाक साबित हो सकता है. ऐसे में इसमें मौजूद दूसरे विटामिन्स, जिनकी कमी आपके शरीर में नहीं है, ओवरडोज का कारण बन सकते हैं. कई बार इसके कारण आप थायरॉइड, किडनी के रोग, लिवर की बीमारी, हार्ट की बीमारी आदि का शिकार बन सकते हैं. इसलिए डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी विटामिन कैप्सूल भूलकर भी न लें.दवाओं के साथ खाना होता है घातक
अगर आप पहले से ही किसी बीमारी की दवा खा रहे हैं, तो ये आपके लिए घातक सिद्ध हो सकती है. ऐसे बहुत से विटामिन्स होते हैं, जो कई दवाओं के साथ नहीं खाने चाहिए. इसलिए आपको कौन सी दवा खानी चाहिए और कौन सी नहीं, इसका फैसला आप अपने डॉक्टर को लेने दें, न कि स्वयं ही कोई भी दवा लेना शुरू कर दें.
मल्टीविटामिन की गोलियां का सेवन कई बार बेहद खतरनाक साबित हो सकता है. ऐसे में इसमें मौजूद दूसरे विटामिन्स, जिनकी कमी आपके शरीर में नहीं है, ओवरडोज का कारण बन सकते हैं. कई बार इसके कारण आप थायरॉइड, किडनी के रोग, लिवर की बीमारी, हार्ट की बीमारी आदि का शिकार बन सकते हैं. इसलिए डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी विटामिन कैप्सूल भूलकर भी न लें.दवाओं के साथ खाना होता है घातक
अगर आप पहले से ही किसी बीमारी की दवा खा रहे हैं, तो ये आपके लिए घातक सिद्ध हो सकती है. ऐसे बहुत से विटामिन्स होते हैं, जो कई दवाओं के साथ नहीं खाने चाहिए. इसलिए आपको कौन सी दवा खानी चाहिए और कौन सी नहीं, इसका फैसला आप अपने डॉक्टर को लेने दें, न कि स्वयं ही कोई भी दवा लेना शुरू कर दें.