Women Health: हर महीने होने वाले पीरियड्स के दौरान ज्यादातर महिलाओं को असहनीय दर्द झेलना पड़ता है. पेट, कमर और जांघों में होने वाला दर्द पूरे शरीर में अकड़ पैदा कर देता है. वैसे तो पीरियड्स के दौरान दर्द का अनुभव हर महिला को होता है, लेकिन कुछ महिलाओं में इसका दर्द इतना ज्यादा होता है कि वे कई बार रोने पर मजबूर हो जाती हैं. शारीरिक दुर्बलता पैदा करने वाली मरोड़ से लेकर ऐंठन तक लाखों महिलाएं हर महीने मासिक धर्म के दर्द से गुजरती हैं. लेकिन क्या असहनीय दर्द होना सामान्य बात है? या फिर ये किसी बड़ी शारीरिक परेशानी का संकेत है?
नेशनल हेल्थ सर्विस (NHS) का एक टेस्ट यह बताने में मदद कर सकता है कि आपके पीरियड्स इतने भारी और दर्दनाक क्यों हैं और आपको कब डॉक्टर के पास जाना चाहिए. टेस्ट में कई सावल पूछे गए हैं कि पीरियड्स आपको कैसे प्रभावित करते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन में 10 में से 9 महिलाएं पीरियड्स के असहनीय दर्द को हर महीने झेलती हैं. इनमें से आधे से ज्यादा यानी 57 प्रतिशत महिलाओं का कहना है कि पीरियड्स उनके काम करने की क्षमता को प्रभावित करता है और उन्हें बहुत कमजोर महसूस कराता है.
दर्दनाक पीरियड्स के क्या कारण है?
कई महिलाएं दर्द से छुटकारा पाने के लिए पीरियड्स पेनकिलर लेती हैं. हालांकि उन्हें यह नहीं मालूम होता है कि इन दवाओं के इस्तेमाल से पीरियड्स पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है और कई स्वास्थ्य जोखिम पैदा हो सकते हैं. एंडोमेट्रियोसिस और पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) दर्दनाक और कठिन मासिक धर्म के कुछ सबसे सामान्य कारण हैं. दोनों ही समस्याएं हार्मोनल इंबैलेंस की वजह से पैदा होती हैं, जिसे पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता है. हालांकि विभिन्न इलाजों से लक्षणों को कम जरूर किया जा सकता है.
लंदन के किंग्स कॉलेज हॉस्पिटल के स्त्री रोग विशेषज्ञ (गायनेकोलॉजिस्ट) डॉ. श्री दत्ता ने बताया कि लगभग 80 मिलीलीटर से कम ब्लड हर महीने पीरियड्स के दौरान निकल जाता है. मुश्किल, तकलीफ और कठिनाई से भरे पीरियड्स महिलाओं की पूरी हेल्थ और लाइफस्टाइल पर बुरा असर डाल सकते हैं, इसलिए निगरानी करते रहना जरूरी है.
ध्यान रखने वाली बातें
1. पीरियड्स ज्यादा से ज्यादा 7 दिनों से तक रहते हैं. किसी-किसी के दो या तीन दिनों में ही खत्म हो जाते हैं. अगर आपके पीरियड्स 7 से ज्यादा दिनों तक जारी रहते हैं तो आपको तुंरत डॉक्टर के पास जाना चाहिए.
2. सैनिटरी प्रोडक्ट को हर 1-2 घंटे में बदलते रहें. एक ही पैड के इस्तेमाल से हमेशा बचें.
3. अगर ब्लीडिंग जरूरत से ज्यादा हो रही है तो भी डॉक्टर का रुख करना जरूरी है.
4. बड़े-बड़े खून के थक्के निकलना आम बात नहीं है. इसलिए अगर आपको यह समस्या नजर आ रही है तो लापरवाही न बरतें.
हैवी पीरियड्स के कई कारण होते हैं. इनमें मेडिकल प्रॉब्लम्स जैसे- पॉलीप्स, गर्भ में फाइब्रॉएड, PSCOS और थायरॉइड डिसऑर्डर या ब्लड क्लॉटिंग डिसऑर्डर शामिल हैं.
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