Birth Control Methods: अनवांटेड प्रेग्नेंसी से बचने के लिए कॉन्डम के साथ-साथ गर्भनिरोधक गोलियों (कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स) का इस्तेमाल किया जाता रहा है. हालांकि अब महिलाएं इन दोनों तरीकों के अलावा भी कई ऑप्शन्स चुन रही हैं. वैसे तो ज्यादातर महिलाएं प्रेग्नेंसी से बचने के लिए कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स पर ही भरोसा करती हैं. हालांकि इनका ज्यादा इस्तेमाल सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता है. भले ही ये अनवांटेड प्रेग्नेंसी से बचने का एक आसान तरीका हो, लेकिन इससे महिलाओं में कई समस्याएं जन्म ले सकती हैं.
वैसे आजकल की महिलाएं कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स का कम से कम इस्तेमाल करना ही पसंद करती है. क्योंकि वे इस बात को लेकर जागरुक हैं कि इससे कई शारीरिक दिक्कतें पैदा हो सकती हैं. हालांकि फिर भी कई बार मजबूरी में उन्हें इसका इस्तेमाल करना पड़ जाता है. मगर क्या आप जानती हैं कि अनवांटेड प्रेग्नेंसी से बचने के और भी कई तरीके हैं, जो आपको लंबे समय तक इस परेशानी से बचाए रख सकते हैं? आइए जानते हैं उनके बारे में...
अनवांटेड प्रेग्नेंसी को रोकने के नए तरीके
1. वैजाइनल रिंग: यह एक रिंग जैसा कॉन्ट्रासेप्शन है, जो फ्लेक्सिबल प्लास्टिक से बना होता है. इसे तीन हफ्तों तक वैजाइना में रखा जाता है. हालांकि पीरियड्स शुरू होते ही निकाल दिया जाता है. पीरियड्स के खत्म होने के बाद इस रिंग को फिर से वैजाइना में फिट किया जा सकता है. यह वैजाइनल रिंग पीरियड्स के 13 साइकिल तक यानी एक साल तक अनवांटेड प्रेग्नेंसी से प्रोटेक्शन दे सकती है.
2. हॉर्मोनल इंजेक्शन: ये रेगुलर इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शंस की ही तरह होते हैं. इस इंजेक्शन के जरिए प्रोजेस्टिन हॉर्मोन को बॉडी में पहुंचाया जाता है. प्रोजेस्टिन हॉर्मोन अनवांटेड प्रेग्नेंसी से बचाने के लिए महिलाओं में होने वाले ऑव्युलेशन को रोक देता है. इतना ही नहीं, ये सर्विक्स को थिक यानी मोटा कर देता है, ताकि पुरुष का स्पर्म वैजाइना में प्रवेश ना कर सके. अनवांटेड प्रेग्नेंसी से बचने की ये काफी सेफ टेक्नीक है. एक बार इंजेक्शन लगवाने के बाद इसका असर कम से कम 3 महीनों तक रहता है.
3. कॉपर-टी: कॉपर-टी को कॉपर इंट्रायूट्राइन कॉन्ट्रासेप्टिव डिवाइस भी कहा जाता है. ये एक T शेप का छोटा डिवाइस होता है. इसे डॉक्टर की मदद से महिलाओं के गर्भाशय में लगाया जाता है. इसकी मदद से अनवांटेड प्रेग्नेंसी को रोका जा सकता है. जब भी आप मां बनना चाहें, तब इस कॉपर-टी हटवा दें.
4. मॉर्निंग आफ्टर पिल्स: मॉर्निंग आफ्टर पिल्स को इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव भी कहा जाता है. ये रेगुलर खाई जाने वाली टेबलेट नहीं है, बल्कि इसे इमरजेंसी की स्थिति में खाया जाता है. जब आप रेगुलर पिल्स का इस्तेमाल 24 घंटे के अंदर नहीं करतीं, तब आप इमरजेंसी पिल्स का इस्तेमाल कर सकती है. ये पिल आपको असुरक्षित संभोग के 3 से 5 दिनों के भीतर लेनी होगी. इसे लेने से अनवांटेड प्रेग्नेंसी को काफी हद तक रोका जा सकता है.
5. ऑपरेशन: ये एक परमानेंट सॉल्यूशन है. आमतौर पर महिलाएं इस ऑपरेशन को तब करवाती हैं, जब उन्हें और बच्चे नहीं चाहिए होते हैं. इस ऑपरेशन को करवाने के बाद महिलाएं प्रेग्नेंट नहीं हो सकती. ये अनवांटेड प्रेग्नेंसी को रोकने का सबसे अच्छा तरीका है. इस ऑपरेशन में महिलाओं के फैलोपियन ट्यूब में एक कट मारा जाता है और उन्हें सील कर दिया जाता है. इससे ओवरी में बनने वाले एग्स पुरुष के स्पर्म के कॉन्टैक्ट में नहीं आ पाते.
6. कॉन्डम: कॉन्डम सिर्फ पुरुषों के लिए ही नहीं महिलाओं के लिए भी आते हैं. अनवांटेड प्रेग्नेंसी से बचने का ये सबसे सरल और सुरक्षिक उपाय है. इससे यौन संक्रमण यानी सेक्शुअली ट्रांसमिटेड बीमारियों का खतरा भी नहीं रहता है, जैसे AIDS, HIV आदि.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
ये भी पढ़ें: Hair Mistakes: घने और मजबूत बालों की चाहत? तो भूलकर भी न करें ये 8 गलतियां, वरना बढ़ती चली जाएगी प्रॉब्लम