Thyroid in Pregnancy : दुनिया मे हर 8वीं महिला को थायराइड है, जो उनकी सेहत को गंभीर तरह से प्रभावित कर सकता है. इसे हाइपोथायरायडिज्म और हाइपरथायरायडिज्म भी कहते हैं. मुंह में मौजूद थायरॉयड ग्रंथि जब थायराइड हार्मोन नहीं बनाती है तब हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism) और जब ज्यादा थायराइड हार्मोन बनने लगता है तब हाइपरथायरायडिज्म (Hyperthyroidism) की समस्या होती है.
यह समस्या महिलाएं के लिए जी का जंजाल होती हैं. इससे उन्हें कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं. कुछ महिलाएं तो यहां तक सोचती हैं कि थाइराइज होने से वे कंसीव नहीं कर सकती हैं, उन्हें मां बनने में दिक्कतें आ सकती हैं लेकिन क्या ये सच है, आइए जानते हैं...
क्या थायराइड में कंसीव करने में आती हैं दिक्कतें
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि ऐसी महिलाएं जिन्हें थायराइड है, वे भी प्रेगनेंट हो सकती हैं. हालांकि, कई बार इसमें उन्हें कंसीव करने में परेशानी आ सकती है लेकिन अगर लाइफस्टाइल बेहतर रखी जाए तो इसमें कोई मुश्किल नहीं आएगी. डॉक्टरों का कहना है कि थाइराइड में ज्यादा दिक्कतें प्रेगनेंसी के बाद आ सकती हैं. इससे मां और बच्चे दोनों की मुसीबतें बढ़ सकती हैं.
प्रेगनेंसी में थाइराइड से समस्याएं
हाइपोथायरायडिज्म और हाइपरथायरायडिज्म दोनों तरह के थायरॉयड प्रेगनेंसी में समस्याएं बढ़ाते हैं. हाइपोथायरायडिज्म में बांझपन, मिसकैरेज, प्रीक्लेम्पसिया, एनीमिया, शिशु का वजन कम और ग्रोथ की समस्या हो सकती है. जबकि, हाइपरथायरायडिज्म से प्रेगनेंसी में हाई ब्लड प्रेशर, समय से पहले जन्म जैसी दिक्कतें आ सकती हैं. प्रेगनेंसी में थायराइड होने पर बच्चे के दिमाग पर भी असर पड़ सकता है. उसका आईक्यू लेवल प्रभावित हो सकता है.
थायराइड में क्या करें, क्या नहीं
1. थायराइड वाली महिलाएं अगर प्रेगनेंट हैं तो उन्हें रेगुलर तौर पर अपना ब्लड टेस्ट करवाना चाहिए, ताकि थायराइड मेंटेन रहे.
2. डॉक्टर की बताई दवाईयां समय पर लेते रहें.
3. अपने खानपान का खास ख्याल रखें. आहार संतुलित हो और आयोजिन से भरपूर.
4. थायराइड में महिलाएं प्रेगनेंसी से पहले किसी अच्थी एंडोक्रिनोलॉजिस्ट के पास जाएं और उनके सलाह मानें.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.