Leg Cramps Before Period : पीरियड्स आना लड़कियों या महिलाओं के हेल्दी होने की निशानी है. पीरियड्स एक सामान्य प्रक्रिया है. इस दौरान महिलाओं के शरीर में कई बदलाव होते हैं. पीरियड में उन्हें कई समस्याओं  का सामना भी करना पड़ता है. कुछ महिलाओं और लड़कियों में पीरियड्स (Periods) से पहले ही शरीर में कई लक्षण नजर आने लगते हैं. उनके पैरों में ऐंठन, कंपकपी या दर्द शुरू हो जाती है. इसकी कई वजहें हो सकती हैं. आइए जानते हैं...




पीरियड्स से पहले क्यों कांपने लगते हैं पैर




1. हार्मोनल बदलाव




पीरियड्स में महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का उतार-चढ़ाव होता है. इसका असर उन्हें कुछ दिन पहले ही महसूस होने लगता है. हार्मोन की वजह से वाटर रेसिस्टेनस और सूजन की समस्या हो सकती है, जिससे उनके पैरों में दर्द या कंपकंपी हो सकती है.




2. प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (PMS)




कई महिलाओं को मासिक धर्म यानी पीरियड से पहले पैरों में दर्द और कंपकंपनी की समस्या हो सकती है. इसे प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (Premenstrual Syndrome) कहते हैं. ऐसा एक्स्ट्रा लिक्विड पैरों में जमा होने की वजह से हो सकता है. 




3. ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होना




पीरियड में महिलाओं के हार्मोन के लेवल में बदलाव होता है, जो ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित कर सकता है. इसकी वजह से पैरों और अन्य अंगों में ब्लड सही तरह सर्कुलेट नहीं हो पाता है, जो पैरों में दर्द, सुन्नता और झुनझुनी यानी कंपकपी को बढ़ा सकते हैं.हार्मोन के स्तर में बदलाव ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित कर सकता है, जिससे पैरों व अन्य अंगों में ब्लड सर्कुलेशन (Improve Blood Circulation) कम हो सकता है. इसकी वजह से पैरों में दर्द, सुन्नता या झुनझुनी हो सकती है.


तनाव और चिंता 


तनाव और चिंता (Stress And Anxiety) जैसे कुछ मनोवैज्ञानिक कारक पैरों के दर्द व अन्य शारीरिक लक्षणों को बढ़ा सकते हैं. पीरियड्स से जुड़े हार्मोनल परिवर्तन महिलाओं में भावनात्मक उतार-चढ़ाव का कारण बन सकते हैं। इससे तनाव व स्ट्रेस बढ़ सकता है.




पीरियड्स से पहले पैरों में होने वाली कंपकंपी और दर्द को कैसे कम करें




1. लाइफस्टाइल में बदलाव करें और खानपान बेहतर बनाएं.




2.  खाने में फल, सब्जियां, साबुत अनाज ज्यादा से ज्यादा रखें, इससे हार्मोनल बैलेंस बना रहता है और दर्द या कंपकंपी नहीं होती है.




3.  पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से वाटर रेसिस्टेनस नहीं होती है और कंपकंपी या सूजन नहीं होती है.




4. नियमित तौर पर एक्सरसाइज करें, इससे ब्लड सर्कुलेशन सही होता है.




5. मेडिटेशन, योग और सांसों से जुड़ी एक्सरसाइज जरूर करें.




Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.



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