Myths & Facts : कहा जाता है हर महिला के जीवन के सबसे खूबसूरत पलों में से एक उसका मां बनना होता है. प्रेग्नेंसी की शुरुआत से लेकर बच्चे को जन्म देने के कई समय बाद तक, महिला को कई सारी शारीरिक, मानसिक दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है. लेकिन अपनी और अपने बच्चे की सेहत के लिए सभी महिलाएं हर मुश्किल का सामना सावधानी से करती हैं.  ऐसे में समाज में प्रचलित कई ऐसे मिथक (Delivery Myths) भी हैं, जो महिलाओं को अक्सर पारिवारिक सदस्यों या दोस्तों से पता चलते हैं. आज हम आपको बच्चे की डिलीवरी (Delivery ) के बाद से महिलाओं को बताए जाने वाले कुछ मिथकों और उनके असल फैक्ट्स के बारे में बताने जा रहे हैं.

 

मिथक 1- डिलीवरी के बाद होता है डिप्रेशन?

 

फैक्ट- इस बात में सच्चाई है कि ज़्यादातर महिलाओं को डिलीवरी के बाद बेबी ब्लूज की दिक्कत या डिप्रेशन जैसा महसूस हो सकता है. लेकिन, ऐसा हर महिला के साथ ज़रूरी नहीं है. कुछ लोग अक्सर बेबी ब्लूज़ की दिक्कत को भी डिप्रेशन मान लेते हैं, जबकि ये दोनों ही पूरी तरह से अलग-अलग हैं. बेबी ब्लूज की दिक्कत कुछ ही दिनों में अपने-आप खत्म हो जाती है. हालांकि, डिलीवरी के बाद वाले डिप्रेशन के लिए कुछ मामलों में एक्सपर्ट की ज़रूरत भी पड़ सकती है.

 

मिथक 2- मां जितना ज़्यादा दूध पिएगी, ब्रेस्टफीडिंग उतना ही बेहतर होगा?

 

फैक्ट - मां बनने के बाद, महिला के लिए दूध पीना अच्छा है, क्योंकि इससे फैट और प्रोटीन भरपूर मात्रा में मिल जाता है. हालांकि, दूध को भी ज़रूरी मात्रा में ही पीना चाहिए, ज़्यादा नहीं. दिन में करीब 150 मिलीलीटर दूध पीना बहुत है. ब्रेस्टफ़ीडिंग के लिए सिर्फ़ दूध का सेवन न करें बल्कि कई अन्य आहार लेने से इसका एहसास बेहतर होगा.

 

मिथक 3- बीमार होने पर ब्रेस्टफीडिंग न कराए मां?

 

फैक्टस- इस बात को ज़्यादातर महिलाएं सच मानती हैं. महिलाओं को लगता है कि अगर बीमार मां अपने बच्चे को ब्रेस्टफीड करा देगी तो इससे बच्चा भी बीमार हो जाएगा, जबकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. ज्यादातर मामलों में, बीमार होने पर भी बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराई जा सकती है और ये बिल्कुल सुरक्षित होता है. आपके बच्चे में संक्रमण फैलने की कोई संभावना न के बराबर होती है. अगर फिर भी आपके मन में इसे लेकर कोई डाउट है, तो एक बार डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें.

 

मिथक 4- डिलीवरी के बाद नहीं पीना चाहिए ज़्यादा पानी?

 

फैक्ट्स- अक्सर मां बनने के बाद महिलाओं को सीमित मात्रा में ही पानी पीने के लिए दिया जाता है. कई जगहों पर ऐसा माना जाता है कि मां बनने के बाद, ज़्यादा पानी पीने से महिला का पेट फूल जाएगा, जबकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं होता है. मां बनने के बाद महिला के लिए भरपूर मात्रा में पानी पीना ज़रूरी होता है, ताकि वे हाइड्रेटेड रहें. ऐसे में अगर महिला कम मात्रा में पानी पीती है, तो इससे उसके शरीर में खून के थक्के बन सकते हैं,