Female Infertility: मां बनने का सपना चकनाचूर कर सकती है ये बीमारी, इस तरह रखें खुद का ख्याल
Anemia And Infertility: मां बनने की प्लानिंग करते समय अपनी पूरी सेहत की जांच करवा लेनी चाहिए. इससे समस्याओं को समझने में मदद मिल सकती है. एनीमिया की वजह से मां बनने का सपना टूट सकता है.
Anemia and Female Infertility : आजकल कई कारणों से इनफर्टिलिटी की समस्या बढ़ती जा रही है. इसका एक कारण एनीमिया भी है. जिसकी वजह से महिलाएं बांझपन (Female Infertility) का शिकार हो सकती हैं. हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि लाइफस्टाइल खराब होने से एनीमिया की समस्या तेजी से बढ़ रही है. इसमें रेड ब्लड सेल्स या हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है, जो प्रेगनेंसी या डिलीवरी के वक्त महिलाओं के परेशान कर सकती है.
एनीमिया (Anemia) की वजह से महिलाओं में अनियमित पीरियड्स, ऑव्युलेशन और कंसीव करने में परेशानी जैसी दिक्कतें भी देखी जा सकती हैं. जानिए यह इनफर्टिलिटी को कैसे प्रभावित करती है...
महिलाआ फर्टिलिटी को प्रभावित करता है एनीमिया
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, एनीमिया की वजह से महिलाओं में रेड ब्लड सेल्स की कमी हो जाती है. जिससे शरीर के सभी अंगों तक ऑक्सीजन पहुंचने में दिक्कत होती है. इसकी वजह से ओवरी फंक्शन भी प्रभावित हो सकता है. जिसका इफेक्ट पीरियड्स पर दिख सकता है. इसके अलावा ऑव्युलेशन भी पूरी तरह बंद हो सकता है. जिससे कंसीव करने में दिक्कतें आ सकती हैं. अगर कंसीव हो जाता है तो प्रेगनेंसी या डिलीवरी के वक्त कई कॉम्प्लिकेशन आ सकती हैं. इससे मिसकैरेज का खतरा भी रहता है.
महत्वपूर्ण बात यह है कि एनीमिया के सभी मामले केवल पोषण संबंधी नहीं होते हैं. हीमोग्लोबिनोपैथी, रेड ब्लड सेल्स डिसऑर्डर, ऑटोइम्यून हेमोलिटिक एनीमिया, हाइपोथायरायडिज्म और अन्य स्थितियों के लिए इलाज और सावधानियों की जरूरत होती है.
खून की कमी दूर करने के लिए क्या खाएं
आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया को रोकने के लिए आयरन से भरपूर आहार का सेवन करना ज़रूरी है.अपने डाइट में आयरन रिच फ़ूड शामिल करें, जैसे कि लीन मीट, पोल्ट्री, मछली, बीन्स, दाल, टोफू, पालक, केल, फोर्टिफाइड अनाज और नट्स. आयरन रिच फ़ूड को विटामिन सी के स्रोतों जैसे कि खट्टे फल, टमाटर और शिमला मिर्च के साथ मिलाकर खाने से आयरन का अवशोषण बढ़ सकता है.
एनीमिया से कैसे बचें
1. एनीमिया से बचना है तो खाने में आयरन, विटामिन बी 12, फॉलिक एसिड जैसे पोषक तत्वों को शामिल करें, जो काफी फायदेमंद होते हैं. प्रेगनेंसी में भी मददगार साबित हो सकते हैं.
2. PCOD, पीरियड्स में ज्यादा ब्लीडिंग या ऑटोइम्यून डिजीज से भी एनीमिया की समस्या हो सकती है, इसलिए किसी बीमारी को गंभीरता से लेनी चाहिए. तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए.
3. एनीमिया के चलते कंसीव करने में दिक्कतें हो सकती हैं. ऐसे में बेझिझक डॉक्टर से मिलकर फर्टिलिटी का इलाज करवाना चाहिए.
4. लाइफस्टाइल में बदलाव करें, भरपूर नींद लें, स्ट्रेस कम लें, शरीर को रेस्ट दें और ख्यल रखें.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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