Uterus Cancer Symptoms : क्या आपके पेट के निचले हिस्से में अक्सर दर्द रहता है, क्या पीरियड्स के दौरान तेज ब्लीडिंग होती है, क्या मोनोपॉज के बाद बच्चेदानी से वाइट डिस्चार्ज हो रहा है. अगर हां तो सावधान हो जाएं. ये सभी संकेत बच्चेदानी में कैंसर के हो सकते हैं. बच्चेदानी (Uterus) किसी महिला के शरीर का महत्वपूर्ण अंगर है. प्रेगनेंट होने में इसकी अहम भूमिका होती है. महिलाओं में पीरियड्स के लिए भी यूट्रस जिम्मेदार है. ऐसे में बच्चेदानी में होने वाली जरा सी परेशानी भी मां बनने का सपना तोड़ सकता है.


बच्चेदानी में कैंसर होने पर शरीर में कई तरह के बदलाव आने लगते हैं. शरीर कई तरह के संकेत देने लगते हैं. अगर समय रहते इन संकेतों को समझ लिया जाए तो इस कैंसर को इलाज सही समय पर हो सकता है. यहां जानिए बच्चेदानी में कैंसर के 5 संकेत...


1. बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होना
वजाइना में सामान्य से ज्यादा ब्लीडिंग होना बच्चेदानी में कैंसर होने का सबसे आम लक्षण माना जाता है. मोनोपॉज के बाद अगर इस तरह के लक्षण नजर आ रहे हैं तो इसे गंभीरता से लेना चाहिए. तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए. इसके अलावा अगर पीडिय्स में बदलाव हो रहा है या इस दौरान ज्यादा ब्लीडिंग हो रही है तो गर्भाशय कैंसर हो सकता है.


2. वजाइनल डिस्चार्ज बदबूदार होना
वजाइनल डिस्चार्ज काफी नॉर्मल होता है लेकिन अगर यह बदबूदार हो तो इसे नजरअंदाज करने से बचना चाहिए, क्योंकि यह गर्भाशय कैंसर का संकेत हो सकता है. इसका समय पर इलाज कराने से कई गंभीर समस्याओं से बच सकती हैं.


3. बिना किसी कारण वजन कम होना
अगर बिना किसी डाइट या एक्सरसाइज के आपका वजन तेजी से कम हो रहा है तो तुरंत सावधान हो जाना चाहिए. महिलाओं में ये संकेत बच्चेदानी में कैंसर का हो सकता है. ऐसे में तुरंत इलाज करवाना चाहिए.


4. यूरिन करने में प्रॉब्लम
अगर यूरिन में किसी तरह की परेशानी आ रही है तो ये भी गर्भाशय कैंसर का इशारा हो सकता है. ऐसे संकेत मिलते ही डॉक्टर के पास जाकर टेस्ट करवाना चाहिए. इससे तुरंत इस बीमारी की पहचान हो सकती है.


5. पेट दर्द
अगर अक्सर पेट में दर्द होता रहता है तो तुरंत डॉक्टर से जाकर मिलना चाहिए, क्योंकि ये बच्चेदानी में कैंसर का संकेत हो सकता है. हालांकि, इसके कई अन्य कारण भी हो सकते हैं लेकिन जांच करवाने से कैंसर की चिंता दूर हो सकती है.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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