Pregnancy And Travel: प्रेग्नेंसी में किसी महिला के शरीर में कई बदलाव होते हैं. जिसकी वजह से खास ख्याल रखना पड़ता है. डॉक्टर भी मां और बच्चे का सही तरह केयर करने की सलाह देते हैं. इस दौरान (Pregnancy) महिलाओं का वजन बढ़ जाता है, जिससे परेशानी होना और बैलेंस बनाने में कठिनाई होती है. जिसकी वजह से महिला को सफर करने से भी मना किया जाता है. हालांकि, कुछ महिलाओं को रोजाना थोड़ा-बहुत सफर करना पड़ता है. ऐसे में आइए जानते हैं गर्भवती महिला को रोजाना सफर करना चाहिए या नहीं...
प्रेग्नेंसी में सफर करना कितना सेफ
गायनेकोलॉजिस्ट के मुताबिक, ऐसी महिलाएं जिन्हें पहले गर्भपात की शिकायत हुई है या प्रेगनेंसी में देरी हुई है तो उन्हें शुरुआत में ट्रैवल करने से बचना चाहिए. क्योंकि, इससे शुरूआती दिनों में गर्भपात का रिस्क हो सकता है लेकिन अगर प्रेग्नेंसी सामान्य है तो आराम से सफर कर सकती हैं. ऐसे ही आखिरी कुछ हफ्तों में सफर से बचना चाहिए, क्योंकि वजन बढ़ने से चलने-फिरने में परेशानी हो सकती है.
प्रेग्नेंसी में सफर करते समय ध्यान दें
1. सफर करते समय फ्लैट और कंफर्टेबल स्लीपर ही पहनें. हाई हील पहनकर चलने से बचें. इससे बैलेंस बिगड़ने का डर बना रहता है.
2. सफर पर निकलें तो मास्क लगाकर रखें. भीड़भाड़ वाली जगहों पर इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए मास्क लगाकर ही ट्रैवल करें. हाथों को सैनेटाइज करना न भूलें.
3. ट्रेवल करते समय अपने साथ पानी की बोतल और खाने-पीने का सामान जरूर रखें.
4. किसी गीली जगह चलने से बचें. फिसलन वाली फर्श पर जाने से बचें.
5. प्रेग्नेंसी में सीढ़ियों की बजाय लिफ्ट से आना-जाना चाहिए, क्योंकि सीढ़ियों पर बैलेंस बिगड़ने का डर रहता है.
6. अगर किसी दिन अनकंफर्टेबल फील हो तो उस दिन ट्रैवलिंग से बचना चाहिए.
7. प्रेगनेंसी के आखिरी महीनों में सफर करने से बचें. क्योंकि, वजन बढ़ने से सांस फूलने या बैलेंस बिगड़ने की समस्या हो सकती है.
8. डॉक्टर की सलाह के बाद ही लॉन्ग डिस्टेंस ट्रैवल पर निकलें.
9. सफर के दौरान दवाईयां साथ रखें.
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