Best Time to Get Pregnant : प्रेगनेंट होना और मां बनना हर महिला के लिए बेहद खास होता है. ज्यादातर महिलाएं हमेशा अपने शरीर को इग्नोर करती हैं. उन्हें पता ही नहीं होता है कि कंसीव कब करना चाहिए. डॉक्टर के मुताबिक, हर महिला को अपने पीरियड्स पर ध्यान देना चाहिए. इससे मन मुताबिक समय पर मां बन सकती हैं. कुछ समय ऐसे होते हैं, जब प्रेगनेंसी का चांस सबसे ज्यादा होता है.


नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में पब्लिश एक रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 85% महिलाओं को अपने ओव्यूलेशन पीरियड या मेन्स्ट्रुअल साइकिल की जानकारी ही नहीं होती है. मतलब हर 5 में से सिर्फ 1 महिला ही अपने ओव्यूलेशन पीरियड को सही तरह जानती हैं. मां बनने की चाहत रखने वाली महिलाओं को सही जानकारी नहीं होती है कि कंसीव करने का सही समय क्या होता है. 


ओव्यूलेशन पीरियड क्या होता है


ओव्यूलेशन पीरियड यानी महिला के यूट्रस में एग बनने का समय. गायनेकोलॉजिस्ट के अनुसार, हर महिला को पीरियड्स 3 से 5 दिन या 7 दिन तक रहता है. जिस दिन पीरियड शुरू होता है, उस दिन से मेंस्ट्रुअल साइकिल गिनी जाती है. मेंस्ट्रुअल साइकिल 26-35 दिनों की होती है. मासिक चक्र हर महिला का अलग-अलग होता है. महिलाओं में एग मेंस्ट्रुअल साइकिल के बीच बनता है. अगर किसी का मासिक चक्र 28वें दिन का है तो 14वें दिन एग बनता है. एग बनने वाला दिन ही ओव्यूलेशन डे है.


कंसीव करने का चांस सबसे ज्यादा कब


गायनेकोलॉजिस्ट के अनुसार, एग बनने के 3 दिन पहले और उसके एक दिन बाद तक का समय  फर्टाइल पीरियड या ओव्यूलेशन पीरियड होता है. ओव्यूलेशन डे से समय ही कंसीव करने का चांस सबसे ज्यादा रहता है. इसके लिए हर महिला को मेंस्ट्रुअल साइकिल ट्रैक करते रहना चाहिए.


अंडा कितने समय तक बॉडी में रहता है


ओव्यूलेशन होने यानी महिला के शरीर में अंडा बनने के बाद 12 से 24 घंटे तक रहता है. इसी दौरान कंसीव करने का सबसे ज्यादा चांस होता है. महिला के शरीर में स्पर्म तीन दिनों तक जिंदा रहता है. अगर किसी महिला का ओव्यूलेशन पीरियड 3 दिन बाद शुरू होता है तो स्पर्म सर्विक्स यानी गर्भाशय ग्रीवा में रहता है. ऐसे में भी महिला कंसीव कर सकती है. हर महीने पीरियड्स होने के बाद शरीर में एक अंडा बनता है. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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