Pregnancy Test : कोई महिला प्रेगनेंट है या नहीं इसका पता प्रेगनेंसी टेस्ट से लगाया जा सकता है. अगर प्रेगनेंसी टेस्ट पॉजिटिव आता है, इसका मतलब वह महिला प्रेगनेंट है और निगेटिव आने का मतलब प्रेगनेंट नहीं हैं. प्रेगनेंसी टेस्ट के जरिए ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन (HCG) का पता लगाया जाता है. यह एक तरह का हार्मोन है, जो तब बनता है जब महिलाएं गर्भवती होती हैं.
इस टेस्ट की टाइमिंग (Pregnancy Test Time) को लेकर कई महिलाएं कंफ्यूज होती हैं. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि गर्भ ठहरने के कितने दिनों बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करवाना चाहिए...
HCG से प्रेगनेंसी का पता कैसे लगता है
कंसीव करने के शुरुआती दिनों से ही किसी महिला का शरीर कई तरह के बदलाव से गुजरने लगता है. ऐसा उन कोशिकाओं को सपोर्ट करने के लिए होता है, जो बच्चे में विकसित होती हैं. यह वह समय होता है, जब शरीर में HCG का उत्पादन बहुत तेजी से होता है. इससे गर्भाशय में निषेचित अंडे के प्रत्यारोपित होने (Implanted Fertilized Eggs) के बाद एचसीजी का लेवल बढ़ने लगता है. ऐसा प्रेगनेंसी के 6 से 10 दिन बाद होता है.
प्रेगनेंसी टेस्ट कब करवाना चाहिए
गायनोलॉजिस्ट के मुताबिक, पीरियड्स मिस होने के 2 से 3 दिन के बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करना चाहिए. इस दौरान इसका रिजल्ट सही आने की उम्मीद रहती है. अगर रिजल्ट ठीक नहीं आता तो कम से कम 1 हफ्ते का इंतजार करना चाहिए. प्रेगनेंसी किट में सही रिजल्ट न आने के बाद डॉक्टर बीटा एचसीजी टेस्ट करवाने की सलाह देते हैं. इससे प्रेगनेंसी का सही-सही पता लग जाता है.
प्रेगनेंसी में किस हार्मोन का टेस्ट होता है
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, प्रेगनेंसी टेस्ट एचसीजी के बढ़े लेवल की जांच की जाती है. गर्भावस्था के पहले हफ्तों में कुछ दिनों के अंतराल में यह दोगुना हो जाता है. एचसीजी का उत्पादन प्लेसेंटा करता है. सिर्फ प्रेगनेंट महिलाओं में ही प्लेसेंटा पाया जाता है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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