नयी दिल्लीः कार्डियोवस्कुलर डिजीज़ या सीवीडी के खतरे का पता लगाने के लिए होने वाले लिपिड परीक्षण को लेकर हाल ही में हुए एक अध्ययन में देश में 41 प्रतिशत से अधिक महिलाओं का लिपिड प्रोफाइल असामान्य मिला.


भारतीय महिलाओं को दिल की बीमारियां होती हैं अधिक-
अध्ययन के नतीजे इस बात की ओर इशारा करते हैं कि पुरुषों में महिलाओं की तुलना में हृदयरोग का जोखिम अधिक होने की आम धारणा के विपरीत भारत की महिलाएं भी दिल की बीमारियों को लेकर अधिक जोखिम का सामना करती हैं.


कैसे की गई रिसर्च-
एसआरएल डायग्नोस्टिक्स ने दावा किया है कि उसने 2014 से 2016 के दौरान देशभर में अपनी प्रयोगशालाओं में हुए लिपिड प्रोफाइल परीक्षणों में से 33 लाख नमूनों का अध्ययन करके यह निष्कर्ष निकाला है.


रिसर्च के नतीजे-
एसआरएल की एक रिपोर्ट के अनुसार, अध्ययन में देशभर के नमूनों को चार हिस्सों में बांटा गया. नतीजे बताते हैं कि भारत के उत्तर और पूर्वी क्षेत्र में ट्राईग्लिसराइड का स्तर असामान्य होने के मामले क्रमश: 33.11 प्रतिशत और 35.67 प्रतिशत हैं. वहीं दक्षिण भारत में हाई कोलेस्ट्रॉल के मामले सर्वाधिक देखे गये जिनकी संख्या 34.15 प्रतिशत थी. पश्चिम क्षेत्र में हाई कोलेस्ट्रॉल के 31.9 मामले दर्ज किये गये.


क्या कहते हैं शोधकर्ता-
इस अध्ययन के संबंध में एसआरएल डायग्नोस्टिक्स के डॉ अविनाश फडके ने कहा कि भारत में आम धारणा के विपरीत महिलाओं को भी हृदय संबंधी रोगों का जोखिम अधिक होता है.


नोट: ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें.