Health and Fashion Tips: आज के मॉर्डन लाइफस्टाइल में स्ट्रेट हेयर फैशन का एक पार्ट बना गया है. कॉलेज गोइंग यंग जेनरेशन की लड़कियां हो या ऑफिस गोइंग, शादीशुदा महिलाएं स्ट्रेट हेयर के बिना फैशन अधूरा ही लगता है. लेकिन इस स्ट्रेट हेयर और इसमें इस्तेमाल होने वाले स्प्रे के बारे में आज ऐसा खुलासा करने जा रहे हैं. जिसे जानने के बाद महिलाओं या लड़कियों को थोड़ी सी निराशा जरूर होगी. दरअसल, आपको जानकर हैरानी होगी कि बालों पर यूज करने वाले हेयर स्ट्र्र्रेटिंग स्प्रे कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का कारण बन सकती है. बात सुनने में अटपटा जरूर लग सकता है, लेकिन हाल में ही में अमेरिका में छपी एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है.


ओवेरियन कैंसर का कारण बन सकती है हेयर स्प्रे


अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (एनआईएच) ने अपने रिसर्च में खुलासा किया है कि बाल सीधा करने वाले हेयर स्प्रे कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का कारण बन सकती है. रिसर्च ने अपनी एक रिपोर्ट पब्लिश की है जिसमें 35 से 74 उम्र की महिलाओं का एक डेटा तैयार किया है. इस डेटा के जरिए यह पता लगाने की कोशिश की गई है कि 35 से 74 साल वाली महिलाओं में ओवेरियन कैंसर का खतरा तब ज्यादा बढ़ जाता है, जब वो हेयर स्प्रे का इस्तेमाल करती हैं.


अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (एनआईएच) रिसर्च


एनआईएच की प्रमुख एलेक्जेंड्रा व्हाइट ने कहा,'हमने इस रिसर्च के जरिए एक डेटा तैयार किया है, जिसमें यह पता चला है कि वैसी महिलाएं जो हेयर स्ट्रेटिंग स्प्रे का इस्तेमाल करती हैं, उनमें ओवेरियन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. इसका एक कारण भारी मात्रा में केमिकल का यूज करना भी हो सकता है. यह रिसर्च 35 से 74 साल वाली महिलाओं पर किया गया है. इसमें 378 महिलाएं ऐसी मिली जिनके अंदर ओवेरियन कैंसर होने का खतरा ज्यादा था. जो लगातार कई सालों से हेयर स्ट्रेट करने वाली स्प्रे का इस्तेमाल कर रही हैं. वहीं जिन महिलाओं ने हेयर स्प्रे का इस्तेमाल नहीं किया है उनमें यह कैंसर 70 साल के बाद ओवेरियन कैंसर होने का खतरा होता है. 


इन महिलाओं में 4 गुना बढ़ जाता है ओवेरियन कैंसर का खतरा


इस रिसर्च में यह बात सामने आई है कि वैसी महिलाएं जो हेयर स्ट्रेटनिंग प्रोडक्ट्स का ज्यादा यूज करती हैं, उनमें ओवेरियन कैंसर होने का खतरा 4 गुना बढ़ जाता है. उन महिलाओं में ओवेरियन कैंसर होने की संभावना दूसरी महिलाओं की तुलना में दोगुनी बढ़ जाती है. जिन्होंने इन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल नहीं किया. एलेक्जेंड्रा व्हाइट ने कहा,'हेयर स्प्रे में पैराबेन्स,बिस्फेनॉल ए, फॉर्मल्डेहाइड जैसे केमिकल पाए जाते हैं जिनकी वजह से ओवेरियन कैंसर की संभावना बढ़ जाती है.'


ये भी पढ़े: Winter Health Tips: सर्दियों में बीमारी और डॉक्टर से बनाना चाहते हैं दूरी, तो घर बैठे यूं रहें फिट एंड फाइन