दुनिया का पहला मामला- रोबोट के जरिए महिला को ट्रांसप्लांट किया यूट्रस, अब महिला को बच्चा हुआ
Robotic Uterus Transplant: रोबोट की मदद से एक स्वीडिश महिला के गर्भाशाय का प्रत्यारोपण किया गया है.रोबोट द्वारा किए गए यूटरस ट्रांसप्लांट के बाद महिला गर्भवती हुई है और अब उसने बच्चों को जन्म दिया है.
Robotic Uterus Transplant: विज्ञान ने आज हमारे जीवन को बहुत ही आसान बना दिया है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण है मेडिकल सेक्टर में रोबोटिक सर्जरी.रोबोटिक सर्जरी का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है और इसकी मदद से अब मुश्किल से मुश्किल ऑपरेशन किया जा रहा है. रोबोट की मदद से एक स्वीडिश महिला के गर्भाशाय का प्रत्यारोपण किया गया है.रोबोट द्वारा किए गए यूटरस ट्रांसप्लांट के बाद महिला गर्भवती हुई है और अब उसने बच्चों को जन्म दिया है. बता दे कि पिछले महीने ही महिला ने प्लान्ड सी सेक्शन के जरिए बच्चे को जन्म दिया है. मां और बच्चे दोनों ही सुरक्षित हैं. यह उन हजारों महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण खोज है जो बच्चा पैदा करना चाहती हैं लेकिन जटिलताओं के कारण ऐसा नहीं कर पाती हैं.वहीं स्वीडन में गोथेनबर्ग विश्वविद्यालय के सहलग्रेंस्का विश्वविद्यालय अस्पताल की टीम ने जानकारी देते हुए बताया कि जन्म के समय बच्चे का वजन 3 किलोग्राम और 100 ग्राम वजन था.जन्म जेने वाली 35 वर्षीय मां और डोनर सभी ठीक है.
रोबोटिक यूटरस ट्रांसप्लांट से बच्चे का जन्म
आपको ये भी बता दें कि अक्टूबर 2021 में सहलग्रेंस्का विश्वविद्यालय अस्पताल में रोबोट के माध्यम से यूटरस ट्रांसप्लांट किया गया था. जिसके बाद महिला की प्रजन्न क्षमता सहित सभी टेस्ट किए गए जिसके बाद महिला ने आईवीएफ टेक्नोलॉजी के जरिए गर्भधारण किया. डॉकटर ने ये भी बताया कि होने वाली माँ अपनी गर्भावस्था के दौरान अच्छा महसूस कर रही थी, उनेहोंने 38वें सप्ताह में नियोजित सी-सेक्शन से बचचे को जन्म दिया.डॉक्टर जानकारी के मुताबिय ये स्वीडिश महिला 14वीं होंगी जिन्होंने गर्भ प्रत्यारोपण के बाद बच्चे को जन्म दिया है.डॉक्टर्स का कहना है कि ये रोबोट प्रोजेक्ट के जरिए आने वाले सालों में अधिक यूटरस ट्रांसप्लांट और गर्भधारण की उम्मीद है.
ऐसे हुआ यूटरस ट्रांसप्लांट
महिला की मिनिमली इनवेसिव सर्जरी की गई. आपको बता दें कि मिनिमल इवेसिव सर्जरी वो होती है जिसमें शरीर पर बिना ज्यादा बड़ा घाव के ही सर्जरी की जाती है.इसमें ब्लड लॉस कम होता है.पारंपरिक ओपन सर्जरी की तुलना में ये विधि डोनर के लिए काफी कम आक्रमक होती है. यूटरस लेने वाली महिला के प्रोसेस में भी यही किया गया. एक छोटे चीरे के माध्यम से यूटरस को टेकर महिला की पेलविस में डाला गया. पहले इसे रक्त वाहिकाओं से सिला गया और फिर योनि और सहायक टिशु से सिला गया. इन सभी चरणों में रोबोट सर्जरी द्वारा सहायता प्रदान की गई.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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