World Cancer Day 2023: कैंसर की बीमारी गंभीर होने के साथ-साथ डरावनी भी है. लोग इससे इसलिए इसे डरते हैं क्योंकि यह अगर एक बार किसी को हो जाए तो फिर इससे पिछा छुड़ाना मुश्किल है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक साल 2020 में सिर्फ कैंसर से एक करोड़ लोगों की मौत हो गई. पूरी दुनिया में हर 6 में से एक मौत कैंसर से होती है. कैंसर के ज्यादातर मामले में इंसान खुद जिम्मेदार होते हैं. आजकल की भागदौड़ वाली लाइफस्टाइल की वजह से कैंसर का खतरा हमेशा बढ़ा रहता है. मुंह के कैंसर में सिगरेट, शराब, तंबाकू, गुटखा महत्वपूर्ण कारण है.
मुंह के कैंसर को ओरल कैंसर भी कहते हैं. मुंह का कैंसर भी सिर और गर्दन में होने वाले कैंसर की तरह होता है.
क्या होता है ओरल कैंसर
मायो क्लिनिक के मुताबिक मुंह का कैंसर मुंह के किसी भी हिस्स में हो सकता है. यह मुख्य रूप से होंठ, मसूढा, जीभ, गाल के अंदर वाले भाग में हो सकता है. जब भी यह मुंह के अंदर होता है तो इसे ओरल कैंसर कहते हैं.
मुंह के कैंसर के शुरुआती लक्षण
मुंह के अंदर एक सफेद या रेड कलर का पैच दिखे तो यह मुंह के कैंसर का शुरुआती लक्षण है
दांतों के बीच में ढीलापन आना
मुंह के अंदर लंप या गांठ होना
मुंह में दर्द करना.
कान में दर्द करना.
खाना निगलने में दिक्कत होना
होंठ या मुंह में घाव होने के बाद काफी ज्यादा दिक्कत होती है.
मुंह के कैंसर का कारण
मुंह के कैंसर में मुंह के अंदर टिश्यूज अपना रूप बदलने में लगते हैं. साथ ही डीएनए में म्यूटेशन होने लगते हैं. डीएनए क्षतिग्रस्त होता है. तंबाकू में मौजूद केमिकल मुंह के सेल्स को खराब करता है. सूर्य की UV किरणें, खाने में मौजूद टॉक्सिन कैंमिकल, रेडिएशन, अल्कोहल में मौजूद कैमिकल, बैंजीन, एस्बेस्टस, कैंसर की वजह होती है.
कैसे करें बचाव
किसी भी तरह से तंबाकू नहीं खाना चाहिए
शराब नहीं पीना चाहिए
बहुत ज्यादा धूप में न रहे
डेंटिस्ट से हमेशा अपने दांत का चेकअप करवाते रहें.
हेल्दी डाइट लेते रहें.
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