नई दिल्लीः आज वर्ल्ड हेल्थ डे हैं. इस मौके पर एबीपी न्यूज को आईएमए अध्यक्ष डॉ. केके अग्रवाल ने बताया कि क्या है इस साल विश्व स्वास्थ्य दिवस की थीम और क्या हैं इसके महत्व.


वर्ल्ड हेल्थ  डे’ थीम-
डॉ. अग्रवाल का कहना है कि इस बार ‘वर्ल्ड हेल्थ  डे’की थीम है ‘यूनिवर्सल हेल्थ कवरेजः एवरीवन, एवरीवेयर. इसका मतलब है कि हर व्यक्ति को 24 घंटे सातों दिन स्वास्थ्य की देखभाल करनी चाहिए. इस बार की थीम में कोशिश की जा रही है कि हेल्थ केयर अफोर्डेबल हो. इसका मतलब ये नहीं है कि हेल्थ केयर फ्री में उपलब्ध हो. इसका सही मतलब ये है कि हेल्थ केयर हर व्यक्ति के लिए सस्ता हो. हर व्यक्ति फिर चाहे वो किसी भी क्लास का हो उसे आसानी से सस्ती चिकित्सा उपलब्ध हो. लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि चिकित्सा सस्ती मिलेगी तो क्वालिटी और सुरक्षा में कंप्रोमाइज होगा.


इलाज कराने में असमर्थ हो तो ना हो मृत्यु-
वर्ल्ड हेल्थ डे में इस साल फोकस किया जा रहा है कि किसी भी व्यक्ति की सिर्फ इसीलिए मृत्यु नहीं होनी चाहिए क्योंकि वो महंगी चिकित्सा अफोर्ड नहीं कर पा रहा.


क्या है ईएसआई लाभ-
डॉ. केके अग्रवाल ने ये भी बताया कि यदि किसी कंपनी में 10 या इससे अधिक कर्मचारी हैं और उनकी सेलेरी 21 हजार से कम है तो उन्हें ईएसआई (Employees' State Insurance) लाभ मिलना चाहिए. इसमें सभी तरह की इमरजेंसी को कवर किया जाता है. साथ ही सभी तरह की ओपीडी भी ईएसआई मेंबर्स के लिए फ्री होनी चाहिए. अगर आप 21 हजार से ज्यादा कमाते हैं तो आपके लिए हेल्थ इंश्यारेंस सस्ते होने चाहिए. इतना ही नहीं, हर किसी को हेल्थ कवर मिलना चाहिए ये उसका अधिकार है फिर चाहे वो किसी भी स्कीम के तहत हो सरकारी या निजी.


जागरूकता है जरूरी-
ये सरकार की जिम्मेदारी है कि लोगों को इसके लिए जागरूक करें और लोगों को ऐसी स्कीम मुहैया करवाएं जिससे सभी को हेल्थ कवर मिल सके. जो लोग काम नहीं करते इमरजेंसी में उन्हें हेल्थ इंश्योरेंस देना या इमेजरेंसी केयर फ्री देना सरकार की जिम्मेदारी है. इसी थीम को लेकर इस बार लोगों को जागरूक किया जा रहा है. इसके अलावा स्वस्थ रहने के लिए साफ हवा, साफ पानी, वैक्सीनेशन, इमेजरेंसी केयर फ्री देने का जिम्मा सरकार है.


अगर आपने भी अब तक अपना किसी भी तरह का इंश्योरेंस नहीं करवाया है तो आप जल्द से जल्द करवा लें ताकि इमरजेंसी सिचुएशन में आपके लिए वो काम आ सके.


ये एक्सपर्ट के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.