World Health Day 2023 Date: विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से किसी बीमारी को लेकर जागरुकता फैलाने के लिए एक दिन मनाया जाता है. मसलन, वर्ल्ड एडस डे हर साल एक दिसंबर को मनाया जाता है. इसका मकसद लोगों में उस बीमारी या विशेष दिवस के बारे में अवेयर करना होता है.वहीं, वर्ल्ड हेल्थ डे हर साल 7 अप्रैल को मनाया जाता है. इस दिन स्वास्थ्य की सभी बीमारी और कैसे स्वस्थ रहें. इसको लेकर लोगों को अवेयर किया जाता है. हाल में आई कोरोना जैसी महामारी के कारण स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता और अधिक बढ़ी है. आइए जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर वर्ल्ड हेल्थ डे क्यों मनाया जाता है? किस दिन से इसकी शुरुआत हुई थी?
7 अप्रैल 1948 को विश्व स्वास्थ्य संगठन की स्थापना हुई थी. विश्व स्वास्थ्य संगठन को शॉर्ट फॉर्म डब्ल्यूएचओ भी कहा जाता है. स्थापना के 2 साल बाद यानि 7 अप्रैल 1950 से इस दिवस को मनाया जाने लगा. डब्ल्यूएचओ संयुक्त राष्ट्र का हिस्सा है. डब्ल्यूएचओ की स्थापना का मकसद विश्व में स्वास्थ्य संबंधी, गतिविधियों, सरकारी कार्यक्रमों पर नजर, उनमें सहयोग करना है.
क्या है इस दिवस का मकसद?
दुनिया कोरोना महामारी से उबरने की कोशिश कर रही है. हालांकि कोरोना का बदलता स्वरूप साइंटिस्ट और डॉक्टर के लिए टेंशन का विषय बना हुआ है. इसका मकसद लोगों को उनके स्वास्थ्य के प्रति अवेयर करना है. इसमें कोरोना, टीबी, पोलियो, कैंसर और एड्स जैसी कई घातक बीमारियां शामिल हैं. किस तरह ये बीमारियां लोगों को हो सकती हैं? क्या बचाव है? इसकी जानकारी भी दी जाती है.
इस बार की थीम 'हेल्थ फॉर ऑल'
यह एक वैश्विक पहल है, जिसका उद्देश्य दुनिया भर के समुदायों को प्रभावित करने वाले स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों के बारे में लोगों को अवेयर करना है. इस वर्ष की थीम हेल्थ फॉर ऑल यानि “सभी के लिए स्वास्थ्य” रखी गई है. विशेष बात यह है कि इस साल डब्ल्यूएचओ 75वीं वर्ष गांठ भी मना रहा है. इसी दिन इसकी स्थापना हुई थी.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
ये भी पढ़ें: चिल्ड वाटर पीने से पहले जान लें 5 नुकसान, ठंडा पानी पीकर कहीं खुद को बीमार तो नहीं बना रहे आप