नई दिल्लीः हार्ट से जुड़ी हर बीमारी इंसान को सिर्फ शारीरिक रूप से परेशान नहीं करती बल्कि उसे मानसिक रूप से भी झकझोर देती है. इसलिए आज वर्ल्ड हार्ट डे के मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे उपाय जो रिसर्च में सामने आए हैं. जिस करने के बाद आप खुद को अस्पताल जाने से बचा सकते हैं.


क्या कहती है रिसर्च-
रिसर्च के मुताबिक, आपके चलने की गति आपकी सेहत के लिए फायदेमंद हो सकती है. रिसर्च में पाया गया कि हार्ट के मरीज अगर तेज चलते हैं तो उन्हें अस्पताल जाने से बचाया जा सकता है.


क्या कहते हैं शोधकर्ता-
इटली की यूनिवर्सिटी ऑफ फरेरा की लेखिका कार्लोटा मेरलो का कहना है कि तेज चलने से अस्पताल में भर्ती होने और वहां लंबे समय तक रहने की स्थिति का जोखिम कम होता है.


कैसे की गई रिसर्च-
रिसर्च में 1,078 हाई ब्लोड प्रेशर से ग्रस्त रोगियों को शामिल किया गया था, जिनमें से 85 फीसदी को हार्ट डिजीज और 15 फीसदी को वाल्व रोग था.


रिसर्च के नतीजे-
रिसर्च में पाया गया कि कम चलने की गति बताती है कि आपकी शारीरिक रूप से बहुत सक्रिय नहीं है. रिसर्च में कुल 359 रोगियों की धीमी गति से चलने वालों, 362 की मध्यम और 357 की तेज गति से चलने वालों के रूप में पहचान की गई.


रिसर्च में पाया गया कि धीमी गति से चलने वालों की तुलना में तेजी से चलने वालों को तीन साल में अस्पताल में भर्ती होने की 37 फीसदी कम संभावना देखी गई.


क्या कहते हैं एक्सपर्ट-
मेरलो ने कहा कि चहलकदमी वयस्कों में व्यायाम का सबसे लोकप्रिय प्रकार है. यह निशुल्क और बिनी विशेष प्रशिक्षण के लगभग कहीं भी किया जा सकता है. यहां तक कि छोटे अंतराल में, लेकिन नियमित चहलकदमी के काफी लाभ हैं. हमारी रिसर्च से पता चलता है कि चलने की गति में तेजी आने पर यह लाभ अधिक हो जाते हैं.


ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.