वर्ल्ड मलेरिया डे 2024: आज वर्ल्ड मलेरिया डे है. जो हर साल 25 अप्रैल को पूरी दुनिया में मनाई जाती है. यह गर्म क्षेत्र में बारिश और उससे होने वाली गर्मी में ज्यादा फैलती है. यह बीमारी मच्छर के काटने से होती है. मलेरिया के सबसे आम लक्षणों में से एक है कंपकपाती ठंड के साथ बुखार आना. भले ही यह बीमारी बेहद आम है लेकिन साफ-सफाई और स्वच्छता के जरिए ही आप इस बीमारी को फैलने से रोक सकते हैं. 


विश्व मलेरिया दिवस 2024: इस साल की थीम


विश्व मलेरिया दिवस 2024 के लिए इस साल की थीम है अधिक न्यायसंगत दुनिया के लिए मलेरिया के खिलाफ लड़ाई को तेज करें. यह दिन दुनिया भर में मनाया जाता है. पूरी दुनिया में मलेरिया के खिलाफ लड़ाई में सभी लोग एक साथ आए. इस बीमारी को जड़ से खत्म करने और लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के प्रयासों को दर्शाने के लिए दुनिया भर में यह दिन मनाया जाता है.


विश्व मलेरिया दिवस 2024 की थीम पिछले साल की थीम का विस्तार है


यह थीम जो इस साल के विश्व स्वास्थ्य दिवस की थीम- "मेरा स्वास्थ्य, मेरा अधिकार" के अनुरूप है. मलेरिया की रोकथाम, पहचान और उपचार सेवाओं तक पहुंच में बनी हुई भारी असमानताओं को दूर करने की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित करती है.


मलेरिया से होने वाली मृत्यु


यूनिसेफ के आंकड़ों के मुताबिक, मलेरिया से होने वाली पांच में से चार मौतें अफ्रीकी देशों में होती हैं. मलेरिया के कारण सबसे अधिक मौतों वाले 15 देश नाइजीरिया, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, भारत, मोजाम्बिक, घाना, अंगोला, युगांडा आदि हैं.


मलेरिया संक्रमण से कैसे बचें?


मलेरिया संक्रमण को रोकने के लिए सबसे प्रभावी उपायों में से एक कीटनाशक-उपचारित मच्छरदानी (आईटीएन) के नीचे सोना चाहिए. यूनिसेफ डेटा 2016 के अनुसार, उप-सहारा अफ्रीका में मलेरिया के जोखिम वाले लगभग 54% लोग मलेरिया संक्रमण को रोकने के लिए कीटनाशक-उपचारित बिस्तर के नेट का इस्तेमाल करें.


मलेरिया बच्चों का तीसरा सबसे बड़ा हत्यारा है


निमोनिया और डायरिया के बाद मलेरिया तीसरी सबसे बड़ी संक्रामक बीमारी है जो एक महीने से पांच साल तक के बच्चों की जान ले रही है. 2016 में पांच साल से कम उम्र के लगभग 300,000 बच्चों की मलेरिया से मृत्यु हो गई, जो हर दिन लगभग 800 युवा जिंदगियों के बराबर है.


वैश्विक टीकाकरण प्रयास


विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के वैश्विक टीकाकरण प्रयासों ने पिछले पांच दशकों में लगभग 154 मिलियन लोगों की जान बचाई है. शिशु टीकाकरण प्रयासों के सबसे बड़े लाभार्थी के रूप में उभरे हैं.


लैंसेट में पब्लिश एक रिपोर्ट के मुताबिक डब्ल्यूएचओ ने विस्तारित टीकाकरण कार्यक्रम (ईपीआई) के तहत इस्तेमाल किए गए 14 टीकों के प्रभाव का एक व्यापक विश्लेषण दिया, जो अगले महीने अपनी 50वीं वर्षगांठ मना रहा है. आज पैदा हुए बच्चे में 50 साल पहले पैदा हुए बच्चे की तुलना में अपना पांचवां जन्मदिन देखने की संभावना 40 प्रतिशत अधिक है. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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