वर्ल्ड पोलियो डे (World Polio Day) हर साल 24 अक्टूबर के दिन मनाया जाता है. इस खास दिन को मनाने के पीछे सबसे बड़ा कारण है लोगों को पोलियो टीकाकरण के बारे में ज्यादा से ज्यादा जागरूक करना. इस दिन पोलियो को जड़ से खत्म करने के लिए पूरी दुनिया में पोलियों के खिलाफ अभियान चलाया जाता है. इसकी शुरुआत सबसे पहले रोटरी इंटरनेशनल द्वारा की गई थी. इसी दिन जनस साल्क का बर्थडे होता है. जोनस साल्क वहीं हैं जिन्होंने पोलियो वैक्सीन की खोज करने के लिए दुनिया की पहली टीम बनाई थी. साल 1988 में पूरी दुनिया से पोलियो को खत्म करने के लिए एक मिशन की शुरू किया गया. इस मिशन के जरिए सभी बच्चों को इस खतरनाक बीमारी से बचाने टीके दिए गए. विश्व पोलियो दिवस इसी पहल का हिस्सा है.
साल 2014 भारत पोलियो मुक्त देश बन गया है
जैसा कि हम सभी को पता है पोलियो एक खतरनाक बीमारी है. जिससे संक्रमित होने पर शरीर के किसी एक अंग या पूरे अंग में लकवा मार देता है. खासकर 5 साल से कम उम्र वाले बच्चों को इस बीमारी का ज्यादा डर रहता है. इसलिए बच्चे को पोलियो के सभी टीके समय पर लेना जरूरी होता है. साल 2014 में भारत पोलियो मुक्त देश बन गया है.
पोलियो क्या है?
पोलियो को पोलियोमाइलाइटिस के नाम से भी जाना जाता है.यह पोलियो वायरस के संक्रमण के कारण होता है.जो रीढ़ की हड्डी की नसों को सबसे पहले अपना शिकार बनाती है. जिसके कारण पूरे शरीर में लकवा मार सकता है. इससे मौत भी हो सकती है. क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार, पोलियो वायरस पहले आपके गले और फिर आपकी आंतों को संक्रमित करता है.इसकी वजह से फ्लू जैसे लक्षण नजर आते हैं.इसके बाद संक्रमण आपके मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी को प्रभावित करता है.यह एक संक्रामक रोग है, जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैल सकता है.
पोलियो कैसे फैलता है?
शौचालय जाने के बाद ठीक से हाथ न धोना
गंदे पानी से पीना या खाना बनाना
किसी संक्रमित व्यक्ति के थूक, लार या मल के संपर्क में आना
गंदे पानी में तैरने से
गंदा खाना खाने से
इसके लक्षण क्या हैं?
गला खराब होना
बुखार
सिरदर्द
पेट दर्द
उल्टी
दस्त
थकावट
गर्दन और पीठ में अकड़न
मांसपेशियों में दर्द
पैर या हाथ हिलाने में परेशानी होना
क्या है बचाव का तरीका?
पोलियो से बचाव का एकमात्र उपाय इसका टीका है.भारत में ओरल पोलियो वैक्सीन दी जाती है.5 साल से कम उम्र के प्रत्येक बच्चे को पोलियो ड्रॉप्स दी जाती है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.