World Salt Awareness Week 2023: आपका खानपान जितना ज्यादा बैलेंस रहेगा, आप उतने ही हेल्दी रहते हैं. खाना टेस्टी होना चाहिए लेकिन पौष्टिक भी. खाने में विटामिन, प्रोटीन और मिनरल्स की तरह ही सोडियम यानी नमक भी काफी जरूरी होता है. नमक (Salt) हमारी सेहत के लिए काफी जरूर होता है लेकिन अगर इसकी मात्रा ज्यादा हो जाए तो यह खतरनाक भी हो सकता है. यही कारण है कि नमक को लेकर लोगों को जागरुक करने के लिए हर साल 14 से 20 मार्च तक वर्ल्ड सॉल्ट अवेयरनेस वीक (World Salt Awareness Week) मनाया जाता है.
नमक जितना कम, सेहत में रहेगा उतना ही दम
खाने में नमक को कंट्रोल रखना पूरी तरह हम सभी पर डिपेंड करता है. इस हफ्ते सरकारें और WHO जैसे वैश्विक संगठन नमक को लेकर जागरुकता फैलाने का काम करते हैं. स्कूलों, दफ्तरों और घरों में नमक को लेकर कई टिप्स और संदेस दिए जाते हैं. UN के सभी 194 सदस्य देश सोडियम की खपत को 30 प्रतिशत तक कम करने पर अपनी मुहर लगा चुके हैं. इसी से पता चलता है कि लाइफ सेविंग स्ट्रैटजी के तौर पर सोडियम का सेवन कम करना कितना आवश्यक है.
नमक का ज्यादा इस्तेमाल मतलब बीमारियों को इनविटेशन
ज्यादा नकम नमक खाने से हाई ब्लड प्रेशर (Hypertension) की समस्या हो सकती है.
सोडियम की मात्रा ज्यादा होने से दिल से जुड़ी बीमारियां (Cardiovascular Diseases) हो सकती हैं.
हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट के मरीजों को तो नमक का सेवन काफी कम करना चाहिए.
कहीं आप भी तो नहीं कर रहे नमक का ज्यादा इस्तेमाल...जानें क्या कहता है WHO
1. खाना इस तरह बनाएं कि कम से कम नमक का इस्तेमाल हो.
2. आपका लक्ष्य भोजन में कम नमक का होना चाहिए.
3. सार्वजनिक संस्थानों स्कूलों, अस्पतालों, दफ्तरों, नर्सिंग होम में कम सोडियम वाले ऑप्शन उपलब्ध कराना, ताकि नमक जहर न बने.
4. लोग नमक का कम इस्तेमाल करें, इसके लिए उन्हें आदल बदलनी चाहिए. मास मीडिया कैंपेन और अवेयरनेस से ऐसा किया जा सकता है.
5. खाने के पैकेट पर साफ-साफ शब्दों में सोडियम की मात्रा लिखी होनी चाहिए, जिससे कस्टमर्स उसे समझ सकें.
6. नमक खाते समय उसकी मात्रा का खास ख्याल रखें.
7. फूड सप्लाई में जितना भी नमक इस्तेमाल होता है, उसकी जानकारी कस्टमर को होनी चाहिए.
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