आजकल लोग खुद को कूल और अट्रैक्टिव दिखाने के लिए गले में मोटी चेन पहनने से लेकर टैटू बनवाने तक ना जाने क्या-क्या कर रहे हैं. कुछ लोगों को हाथों में रिस्टबैंड पहनने का भी काफी शौक होता है. रिस्टबैंड आपको भले ही पहनने में काफी अट्रैक्टिव लगे, लेकिन इसको लेकर एक चौंकाने वाली बात सामने आई है. एक स्टडी के मुताबिक, कलाई पर पहली जाने वाली चीजें, जैसे- स्मार्टवॉच, फिटनेस ट्रैकर और रिस्टबैंड में खतरनाक और बीमारी फैलाने वाले हार्मफुल बैक्टीरिया पाए गए हैं.
ये स्टडी फ्लोरिडा अटलांटिक यूनिवर्सिटी के चार्ल्स ई. के रिसर्चर्स के एक ग्रुप द्वारा की गई है. श्मिट कॉलेज ऑफ साइंस का उद्देश्य रिस्टबैंड पर माइक्रोबियल कॉन्टेमिनेशन के बारे में पता लगाना था. अलग-अलग लोगों से इकट्ठे किए गए सैंपल्स की जांच करने पर चौंकाने वाले परिणाम सामने आए हैं. इस अध्ययन में कहा गया है कि लोगों ने रिस्ट यानी कलाई पर पहनी जाने वाली अलग-अलग चीजों को दिया था. इनकी जांच करने पर पता चला कि इनपर ई. कोली और स्टैफिलोकोकस जैसे खतरनाक बैक्टीरिया मौजूद होते हैं. सिर्फ इतना ही नहीं, स्किन और रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन से जुड़े कुछ बैक्टीरिया की मौजूदगी का भी पता चला है.
कई बीमारियों का खतरा!
ई. कोलाई एक ऐसा बैक्टीरिया है, जो आमतौर पर इंसानों के साथ-साथ जानवरों की आंतों में भी पाया जाता है. यह बैक्टीरिया फूड पॉइजनिंग और यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन का कारण बनता है. जबकि स्टैफिलोकोकस एक ऐसा बैक्टीरिया है, जिसे अगर समय पर कंट्रोल नहीं किया गया तो ये स्किन में इन्फेक्शन और निमोनिया जैसी हेल्थ प्रॉब्लम्स पैदा कर सकता है. रिस्टबैंड पर इन खतरनाक और हानिकारक बैक्टीरिया की मौजूदगी चिंता पैदा करता है. क्योंकि कई लोग रिस्टबैंड, स्मार्टवॉच, फिटनेस ट्रैकर को कलाई में पहनते हैं.
रिस्टबैंड पर कैसे पनपने लगते हैं बैक्टीरिया?
1. रिस्टबैंड का सीधा स्किन के साथ कॉन्टैक्ट होता है, जिससे बैक्टीरिया को स्किन में प्रवेश करने का अवसर मिल जाता है.
2. शरीर से निकलने वाला पसीना आमतौर पर कपड़ों के साथ-साथ रिस्टबैंड पर भी जाकर जमा हो जाता है. यह तो आप जानते हैं कि पसीने में बैक्टीरिया होते हैं, जो रिस्टबैंड पर चिपक जाते हैं. इस पसीने में नमक के साथ-साथ पोषक तत्व भी होते हैं, जो बैक्टीरिया के लिए भोजन की तरह काम करते हैं.
3. स्मार्टफोन, लैपटॉप, रिस्टबैंड, स्मार्टवॉच जैसे उपकरणों को ज्यादातर लोग साफ करना जरूरी नहीं समझते. उनपर धूल और मिट्टी के साथ-साथ हाथों की गंदगी और तरह-तरह के बैक्टीरिया चिपके रहते हैं, जो बीमारियां फैलाते हैं.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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