Feet Health: गंभीर बीमारी का लक्षण है पैरों में हो रहा ये बदलाव, बढ़ते पीलेपन को ना करें अनदेखा
Cause of Yellow feet: पैर के तलुओं में बढ़ता पीलापन (Yellowness in feet) देखकर आप हैरान हैं और इसका कारण (Cause) नहीं समझ पा रहे हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए है. तुरंत अपनी सेहत पर ध्यान दें.
Yellow soles: त्वचा के रंग की तरह सभी के तलवे यानी सोल (Soles) का रंग भी अलग-अलग होता है. किसी के तलवे लाइट पिंक दिखते हैं तो किसी के सुर्खी (Redness) लिए हुए होते हैं तो किसी तलवों की त्वचा में पीलापन (Yellowness in feet) अधिक हो सकता है. ये सभी सामान्य स्थितियां हैं. लेकिन यदि तलवों का रंग बहुत अधिक पीला हो रहा है तो आपको इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है, यह किसी बीमारी (Disease) का संकेत भी हो सकती है. किन बीमारियों में तलुवों का रंग अधिक पीला हो जाता है, इस बारे में यहां जानें...
कैरोटीनीमिया (Carotenemia)
जब कोई व्यक्ति निष्क्रिय थायराइड (underactive thyroid), मधुमेह (Diabetes), यकृत या गुर्दे (Liver) की बीमारी, या उच्च कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol)से पीड़ित होता है, तब उनके रक्त में कैरोटीनॉयड (carotenoids ) का स्तर बढ़ जाता है. ये कैरोटिनॉयड एक तरह के पिगमेंट होते हैं. आमतौर पर शरीर अपशिष्ट (Waste) के रूप में इन कैरोटीनॉयड से छुटकारा पा लेता है. लेकिन जब कोई व्यक्ति यहां बताई गई किसी भी बीमारी से पीड़ित होता है तब बॉडी के लिए ऐसा करना मुश्किल हो जाता है. इसके परिणाम स्वरूप पैर के तलुए और हथेलियों का रंग भी अधिक पीला दिखाई दे सकता है.
पीलिया (Jaundice)
जब शरीर में बढ़ रहा पीलापन सिर्फ तलुओं तक सीमित ना रहकर आपकी त्वचा, आंखों के सफेद भाग और नाखूनों पर भी हावी होने लगे, तब यह पीलिया का लक्षण होता है. पीलिया यानी जॉइंडिस कई कारणों से हो सकता है. दूषित पानी का सेवन, संक्रमित भोजन का सेवन, हेपेटाइटिस-बी और सी, कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स या कुछ दवाओं के रिऐक्शन से भी पीलिया की समस्या हो सकती है.
खून की कमी यानी एनीमिया (Anaemia)
पैर के तलुओं के साथ ही हथेली और नाखूनों के नीचे स्किन पर यदि पीलापन दिखाई देता है तो यह एनीमिया का लक्षण हो सकता है. यदि पैर के तलुओं में पीलापन बढ़ने के साथ ही आप यहां बताए गए कुछ बदलाव भी अपने शरीर में अनुभव कर रहे हैं तो यह एनीमिया के लक्षण होते हैं...
- सिरदर्द
- थकान
- हार्टबीट्स का बढ़ना
- बाल झड़ना
- जल्दी-जल्दी सांस लेना (शॉर्टनेस ऑफ ब्रीद)
- नाखूनों का टूटना
- यदि ये सभी लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो आप डॉक्टर से मिलें और उनकी सलाह पर दवाओं का सेवन करें. साथ ही अपनी डायट में आयरन युक्त भोज्य पदार्थों का सेवन बढ़ा दें.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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