कोरोना वायरस महामारी के बीच जापान में शोधकर्ताओं ने एक नए वायरस की पहचान की है. ये रहस्मयी वायरस इंसानों को संक्रमित कर सकता है और बीमारी की वजह बन सकता है. Hokkaido University के शोधकर्ताओं ने कहा है कि ये अज्ञात वायरस संक्रामक टिक कीड़े के काटने से फैलता है.


जापान में 'येजो वायरस' की खोज


रिसर्च के मुताबिक अज्ञात वायरस का नाम 'येजो वायरस' दिया गया है. 2019 में पहली बार येजो वायरस की पुष्टि 41 वर्षीय शख्स में हुई थी. उसे पांव में दर्द और बुखार की समस्या के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया. बताया जाता है कि Hokkaido के जंगल में चलते हुए टिक कीड़े ने शख्स को काट लिया था. इलाज के दो सप्ताह बाद उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया. पिछले साल भी टिक कीड़े से काटे जाने का मामला सामने आ चुका है. समान लक्षमों के साथ दूसरे शख्स को भी अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था.


संक्रामक वायरस के लक्षण


पहले येजो वायरस के स्रोत का पता अज्ञात था, लेकिन विशेषज्ञ आखिरकार ढूंढने में सफल रहे कि ये कैसे फैलता है. लक्षणों के साथ-साथ खून में प्लेटलेट्स और ल्यूकोसाइट्स का कम होना इसके प्राथमिक लक्षणों में शामिल हैं. होक्काइडो यूनिवर्सिटी के इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर जूनोसिस कंट्रोल के वायरोलॉजिस्ट Keita Matsuno की अगुवाई में दो मरीजों के ब्लड सैंपल पर जेनेटिक परीक्षण किया गया. नतीजे में संक्रामक नए वायरस की पुष्टि हुई. नेचर कम्यूनिकेशंस पत्रिका में प्रकाशित रिसर्च के मुताबिक शोधकर्ता उन मरीजों के ब्लड सैंपल में वायरस के सबूत की तलाश कर रहे हैं जिनको समान लक्षण थे और 2014 से अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था.


उन्होंने येजो वायरस के सबूत की पुष्टि कम से कम पांच अन्य लोगों में की, सभी लोगों को तेज बुखार, ब्लड प्लेटलेट्स और व्हाइट ब्लड सेल्स की कमी थी. Matsuno ने ये भी साबित किया कि कम से कम 'सात लोग जापान में इस नए वायरस से संक्रमित हुए थे लेकिन किसी की भी मौत का मामला अब तक सामने नहीं आया है.'


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