नई दिल्लीः तेजस्‍वी शर्मा दोनों पैरों से विकलांग हैं. तेजस्वी कठिन से कठिन आसन को आसानी से कर लेते हैं. तेजस्वी को देखकर कोई नहीं कह सकता कि वे शारीरिक रूप से अक्षम हैं. इनके करतब ऐसे हैं कि आंख खुली की खुली रह जाएं.



5 साल की उम्र से पोलियो से ग्रस्त होने के बावजूद पिता द्वारा बचपन से योग सिखाएं जाने के कारण तेजस्वी आज असंभव काम को संभव कर रहे हैं. तेजस्‍वी के मुताबिक, योग ही उनकी ताकत है और योग ही उनकी दुनिया है. योग ही तेजस्वे की जिंदगी है. तेजस्वी के दर्द और तकलीफें योग के कारण ही दूर हुए हैं.



तेजस्वी का 2015 में यूनिक वर्ल्ड की ओर से मोस्ट फ्लैक्सिबल योगा चैंपियन का खिताब मिल चुका है. तेजस्वी के पिता मिथलेश के लिए वो लम्हा सबसे दुखद था जब डॉक्टर्स ने उन्हें बताया कि उनका बेटा कभी नहीं चल सकेगा. इसके बाद मिथलेश ने योग के दम पर बेटे की किस्मत बदलने की ठानी. तब से आज तक तेजस्वी के लिए योग एक सहारा है.


तेजस्वी रियलिटी शो इंडिया गॉट टैलेंट और और एंटरटेन्मेंट के लिए कुछ भी करेगा में भी भाग ले चुके हैं. इसके अलावा तेजस्वी कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्‍ट्रीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले चुके हैं.

तेजस्वी का ये जज्‍बा जिंदगी से हार मान चुके हर शख्स के लिए मिसाल है.



शारीरिक रूप से अक्षम तेजस्वी ने अपनी अक्षमता को कभी भी आड़े नहीं आने दिया और योग को अपनी ताकत बनाकर एक ऐसा मुकाम हासिल किया है जिससे आज देश में ही नहीं बल्कि विदेश में भी उनके नाम की चर्चा है.