नई दिल्लीः निवेदिता दिल्ली में अयंगर योग सेंटर चलाती हैं. यहां वो उन लोगों का इलाज करती हैं जो हर जगह से हारे हुए होते हैं. जो अपने निरोगी होने की सारी उम्मीद खो चुके होते हैं. कई साल पहले निवेदिता ने भी सही होने की उम्मीद छोड़ दी थी.
जब निवेदिता 15 साल की थीं तो उन्हें अचानक स्लीप डिस्क हो गया. 15 से 26 साल की उम्र तक यानि 9 साल तक निवेदिता ने दुनियाभर के डॉक्टर्स को दिखाया. लेकिन वे ठीक ना हो सकी. निवेदिता की हालत इतनी बिगड़ चुकी थी कि वे बिस्तर पर ही रहने लगी थीं. चलने के लिए इन्हें व्हील चेयर का इस्तेमाल करना पड़ता था.
इस मुश्किल घड़ी में निवेदिता के पिता और बीजेपी नेता मुरली मनोहर जोशी के मित्र और जनसंघ के बड़े नेता नानाजी देशमुख ने 1996 में उन्हें बीकेएस अयंगर के बारे में बताया. बीकेएस अयंगर दुनिया के मशहूर योग गुरूओं में से एक थे.
निवेदिता जब अयंगर के पास पहुंची तो अयंगर ने उन्हें देखते ही उनका रोग समझ लिया. अयंगर ने इनका योग साधना के जरिए इलाज शुरू किया. दो सप्ताह के अंदर ही निवेदिता को असर दिखने लगा. तीन साल में निवेदिता पूरी तरह ठीक हो गईं.
इसके बाद निवेदिता ने योग को ही अपना जीवन समर्पित कर दिया. अब निवेदिता के लिए योग ही सब कुछ है.