Navel Therapy: आज हम कितने भी मॉडर्न क्यों ना हो जाए लेकिन आयुर्वेद की कुछ ऐसी चीजें हैं जो आज भी हम इस्तेमाल करके खुद को स्वस्थ रखते हैं. इन्हीं में से एक है नाभि में तेल डालना. आयुर्वेद मानता है कि नाभि में तेल डालने से कई छोटी-बड़ी समस्याओं को दूर कर सकते हैं. इसे बैली बटन थेरेपी भी कहते हैं. कहते हैं कि इससे हमारे शरीर की कई तंत्रिकाएं आपस में जुड़ी हुई है, इसलिए नाभि में तेल डालने से शारीरिक और मानसिक दोनों तरह की कई समस्याओं में आराम मिलता है.आज हम आपको इस आर्टिकल्स के जरिए विस्तार से बताएंगे कि आखिर नाभि में तेल डालने से किन-किन समस्याओं में आराम मिलता है.
ये हैं नाभि में तेल डालने के फायदे
1.जोड़ों के दर्द में आराम: सर्दियों के मौसम में अक्सर लोगों को जोड़ों में हाथ पैर में दर्द हो जाता है चलना फिरना उठना, बैठना, झुकना यहां तक की करवट बदलने में भी परेशानी होती है ऐसे में अगर आप नाभि पर तिल का तेल लगाते हैं तो जोड़ों में दर्द की समस्या इससे दूर कर सकते हैं.
2.खांसी जुकाम में फायदेमंद: नाभि पर रोजाना तिल का तेल लगाने से सर्दी जुकाम या खांसी की समस्याओं को भी काफी हद तक दूर रखा जा सकता है तिल के तेल में गर्मी होती है और जब यह नाभि में जाती है तो यह बहुत जल्दी सर्दी जुकाम में आराम पहुंचाती है.
3.पाचन शक्ति सुधारे: जिस किसी का पाचन शक्ति कमजोर होता है वो नाभि में सरसों का तेल डालकर मालिश कर सकते हैं. इससे पेट से संबंधित समस्याएं जैसे ब्लोटिंग, पेट दर्द, इरिटेबल बाउल सिंड्रोम और कभी-कभी अगर आपको मतली या पेट में ऐंठन की समस्या होती है तो भी आप नाभि में तेल डालकर ऐसे आराम पा सकते हैं.
4.त्वचा पर चमक लाए : नाभि में तेल डालने से इसका असर सीधे आपके त्वचा पर देखने को मिलता है. जी हां इससे स्किन हेल्दी होती है. जैतून के तेल से अगर नाभि की मालिश करें तो इस स्क्रीन पर कुछ ही दिनों में फर्क नजर आने लगता है. साथ ही त्वचा संबंधित जो भी एलर्जी इंफेक्शन है वह भी दूर हो जाती है।
5.बालों को मजबूत बनाए: अक्सर महिलाओं को शिकायत होती है कि उनका बाल कमजोर है, घना नहीं है, या बहुत ज्यादा झड़ रहा है तो ऐसे में नाभि में नारियल या जैतून का तेल डालकर मसाज करने से बालों को मजबूती मिलती है. बता दें कि ना भी शरीर के अंदर लगभग 72,000 से जुड़ा होता है, जो शरीर को तेल से मौजूद अलग-अलग प्रकार के आवश्यक मिनरल्स को अवशोषित करने में मदद करता है.
6.शारीरिक समस्या में आराम: यहां तक की प्रजनन क्षमता को भी मजबूत बनाने के लिए नाभि में तेल डालकर मालिश किया जाता है. इसके लिए नीम या नारियल का तेल बहुत ही कारगर होता है. इसे स्पर्म काउंट में वृद्धि होती है. महिलाओं को पीरियड के दौरान होने वाले पेट दर्द से भी छुटकारा मिल सकता है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई जानकारी को केवल सुझाव के तौर पर लें, इस तरह के किसी भी उपचार, इलाज या डाइय पर अमल करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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