कई महिलाएं और पुरुष अपने बढ़े हुए पेट के चलते अपने मनपसंदीदा कपड़े नहीं पहन पाते हैं. निकली हुई तोंद देखने में भद्दी लगती है. इसलिए कई बार लोग खुद को पतला दिखाने के लिए अपने पेट को सांस खींचकर अंदर कर लेते हैं, जिससे पेट पर दबाव पड़ता है. अगर आप अक्सर अपने पेट को अंदर करने के लिए यही टेक्नीक आजमाते हैं तो अब वक्त आ गया है कि सावधान हो लिया जाए. ऐसा इसलिए क्योंकि जबरदस्ती पेट अंदर करने की कोशिश आपके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती है.
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, पेट पर दबाव डालने और पेट को जकड़ने से सांस लेने में रुकावट पैदा हो सकती है. इसके अलावा, पेल्विक फ्लोर वीक हो सकता है, जिससे यौन दुष्क्रिया की समस्या होने की संभावना बढ़ सकती है. जब आप पेट अंदर करने के लिए सांस अंदर खींचते हैं तो इससे डायाफ्राम पर बुरा प्रभाव पड़ता है. सांस खींचने से डायाफ्राम नीचे के बजाय ऊपर की ओर बढ़ जाता है. इसकी वजह से ब्रीदिंग पैटर्न बिगड़ सकता है.
पेल्विक फ्लोर पर पड़ता है बुरा प्रभाव
पेट अंदर करने के लिए सांस खींचने से पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों पर दबाव बनता है. इससे पेल्विक फ्लोर कमजोर पड़ जाता है. इसके अलावा, आसन संबंधी दिक्कतें भी होती हैं और पीठ और गर्दन में तेज दर्द हो सकता है. पेट की मांसपेशियों पर जब दबाव पड़ता है तो सारी एनर्जी एक क्षेत्र में जाकर सिमट जाती है. आपको कंधे, गर्दन और पीठ में दर्द महसूस हो सकता है. पेट पर दबाव बनाकर अंदर करने की प्रक्रिया को मेडिकल लेंग्वेज में ऑवरग्लास सिंड्रोम कहा जाता है.
पतला दिखने के लिए कभी ना करें ये काम
ऐसे बहुत से लोग हैं जो पतला दिखने के लिए अपने पेट पर दबाव बनाते हैं और उसे जबरदस्ती अंदर करने की कोशिश करते हैं. यह काम वो लोग ज्यादा करते हैं जो बेली फैट कॉन्शियस होते हैं. अगर आप भी ऐसा काम बार-बार करते हैं तो आज से ऐसा करना बंद कर दें. क्योंकि स्वस्थ और रोगों से मुक्त रहना बहुत जरूरी है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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