Historical Monuments: पूरी दुनिया में भारतीय इतिहास का अपना एक महत्व है. यूं तो हमने प्राचीन भारत, आर्यकालीन इतिहास, मुगलकालीन भारत का इतिहास और ब्रिटिश हुकूमत के बारे में अक्सर सुना और पढ़ा है. वहीं, आज भी इन हुक्मरानों की विरासत और स्मृतियां देश में मौजूद हैं. हमने हमारे देश के हिंदू राजाओं और मुगलकाल के बादशाहों द्वारा बनवाई गईं  ऐतिहासिक इमारतों (Historical Places), महलों और समाधि स्थलों को देखा है और इनके बारे में पढ़ा भी है, लेकिन आज के इस आर्टिकल में हम आपको उन मकबरे या समाधि स्थलों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें इतिहास की महान महिलाओं की याद में बनवाया गया है. 

 

मुमताज महल या ताजमहल 

जब भी इतिहास में किसी महिला के लिए बनाए गए समाधि स्थल की बात आती है तो सबसे पहले लोगों के जहन में ताजमहल (Tajmahal) की तस्वीर उभरती है. दुनिया के सात अजूबों में शामिल ताजमहल का नाम इस लिस्ट में सबसे ऊपर इसलिए भी रखा गया है, क्योंकि यह विश्व की एकमात्र ऐसी जगह है जिसे देखने के लिए रोजाना हजारों की संख्या में देसी और विदेशी टूरिस्ट पहुंचते हैं. ताजमहल को मुगल सम्राट शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज महल की याद में बनवाया था.

 

मस्तानी का समाधि स्थल 

महान पेशवा बाजीराव की समाधि स्थल के बारे में ज्यादातर लोगों को पता है. ऐसे में जब पेशवा बाजीराव की बात हो तो मस्तानी का जिक्र भला कैसे ना हो. मस्तानी की समाधि स्थल के बारे में कम ही लोग जानते हैं या यह कहना गलत नहीं होगा की लोगों को इस बात की जानकारी तक नहीं होगी कि मस्तानी का समाधि स्थल अब भी है और कहां है? तो आपको बता दें कि महाराष्ट्र के पबल में आज भी मस्तानी का समाधि स्थल मौजूद है. 

 

रजिया सुल्तान का मकबरा

दिल्ली के तख्त पर हुकूमत करने वाली एकमात्र महिला शासक थी रजिया सुल्तान. उनका मकबरा पुरानी दिल्ली में स्थित है. इसके बारे में लोगों को ज्यादा जानकारी ना होने और यह मकबरा सकरी गलियों में मौजूद होने के कारण कम ही लोग यहां जा पाते हैं. बताया जाता है की रजिया सुल्तान ने 1236 ईस्वी से 1240 ईस्वी तक दिल्ली सल्तनत पर राज किया था. 

 

बीबी का मकबरा 

बीवी का मकबरा (Bibi Ka Maqbara) भी मुगलकालीन मकबरा है. महाराष्ट्र के औरंगाबाद में स्थित बीबी का मकबरा के बारे में आपने शायद ही सुना हो. आपको बता दें कि इस फेमस मकबरे को मुगल सम्राट औरंगजेब ने लगभग 1660 के आसपास निर्मित कराया था. यह मकबरा मिनी ताजमहल के नाम से भी जाना जाता है. 

 

जोधाबाई की समाधि 

जोधाबाई का नाम हर किसी ने सुना है. जोधाबाई मुगल साम्राज्य की सबसे ताकतवर, खूबसूरत और बादशाह अकबर की सबसे खास बेगम थीं. उनकी समाधि भी एक ऐतिहासिक इमारत है. आपको बता दें कि आगरा में मौजूद जोधाबाई की समाधि (Jodha Bai Ki Samadhi) को जोधाबाई की छतरी के नाम से भी जाना जाता है. इसे टॉम्ब ऑफ मरियम उज़-ज़मानी भी कहा जाता है. 

 

रानी लक्ष्मीबाई की समाधि 

जिनसे टक्कर लेकर अंग्रेजों को नाकों चने चबाने पड़े और उनके हाथ ना आने वाली रानी लक्ष्मीबाई की समाधि (Rani Laxmi Bai Samadhi Sthal) ग्वालियर में मौजूद है. यह समाधि फूल बाग में स्थित है. रानी लक्ष्मीबाई की समाधि स्थल पर आज भी हजारों लोग दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. 

 

पद्मावती समाधि स्थल 

चित्तौड़ का गौरवशाली इतिहास राजपूतों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए बहुत मायने रखता है. जिस अग्निकुंड में रानी पद्मावती ने जौहर किया था वह आज भी चित्तौड़गढ़ में मौजूद है. इसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग चित्तौड़गढ़ पहुंचते हैं. 

 

चांद बीबी का मकबरा 

मुगल बादशाह अकबर की सेना से डटकर मुकाबला करने वाली चांद बीबी का मकबरा बीजापुर में स्थित है. उनके मकबरे को चांद खातून या चांद सुल्ताना के नाम से भी जाना जाता है. बताया जाता है कि इसे औरंगजेब ने बनवाया था. हालांकि, कुछ लोग बताते हैं कि इसे औरंगजेब के पुत्र आदिल ने बनवाया था.

 

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