अपने ऊपर सर्दी-जुकाम को हावी होने न दें और जान लें कि प्रभावी देसी उपचार जैसे शहद और तरल लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं. यहां तक कि सामान्य जुकाम का इलाज भी कर सकते हैं. शहद को एंटीबॉयोटिक्स के मुकाबले खास तौर से मुनासिब विकल्प पाया गया है.
बीएमजी एवीडेंस बेस्ड मेडिसीन पत्रिका की एक समीक्षा के मुताबिक, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का कहना है कि डॉक्टर शहद का सुझाव दे सकते हैं क्योंकि ये एंटीबॉयोटिक्स की तुलना में उचित विकल्प है. शोधकर्ताओं ने विशेषकर गला, नाक, वॉइस बॉक्स और ब्रांकाई को प्रभावित करनेवाली ऊपरी सांस की नली पर रिसर्च किया.
शहद: शहद का इस्तेमाल जुकाम के उपचार में बहुत लंबे समय से किया जाता रहा है. शहद में एंटीबैक्टीरियल गुण बैक्टीरिया और वायरस से लड़ते हैं. आप शहद को गर्म पानी में डालकर पी सकते हैं. इसके अलावा, ड्रिंक में स्वाद बढ़ाने के लिए थोड़ा नींबू का रस और विटामिन सी की एक गोली शामिल करें.
पुदीना: पुदीना सामान्य जुकाम के लक्षणों से राहत दिलाने में मदद कर सकता है. इसमें एंटीबैक्टीरियल और दर्द निवारक प्रभाव होते हैं. पुदीना को गर्म पानी का भाप लेने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
गर्म तरल: गर्म तरल जैसे चिकेन सूप या सब्जी का शोरबा पीना या हर्बल टी गले की खराश, जमाव या सामान्य जुकाम के अन्य लक्षणों से निजात दिला सकता है.
लहसुन: लहसुन में भी एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं. औषधि को तड़का बनाने में शामिल किया जा सकता है. आप चाहें तो स्वास्थ्य विशेषज्ञ के सुझाव पर सप्लीमेंट का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
नमक के पानी से गरारे, अपने सिर के नीचे एक और ज्यादा तकिया रखना और नियमित गर्म पानी का भाप एक साथ मिलकर सामान्य जुकाम के लक्षणों को घटाने में मदद कर सकते हैं.
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