ड्राई क्लीन में कैसे धोए जाते हैं कपड़े और क्यों एक कपड़े के लगते हैं इतने पैसे?
कपड़े साफ करना एक नीरस काम है. आइए जानते है ड्राई क्लीनर्स कपड़ो को कैसे साफ करते हैं. आइए जानते हैं कि एक कपड़े की धुलाई की लागत क्या होती है?
Cloth Dry Cleaning : कभी-कभी हमारे कपड़ों को थोड़ा ज्यादा केयर की जरूरत होती है. जैसे रेशम, ऊन, लिनन, रेयान, चमड़ा, डेनिम कपड़े बहुत नाजुक होते हैं और उन्हें साधारण वॉशिंग मशीन में या हाथ से नहीं धोया जा सकता. ऐसे कपड़ों को ड्राई क्लीन करवाने की जरूरत होती है ताकि उनकी गंदगी और दाग आसानी से साफ हो जाएं. लेकिन क्या आपको पता है कि ड्राई क्लीन में कपड़े कैसे धोए जाते हैं. इन कपड़ो की धूलाई इतनी महंगी क्यों होती है. आइए इसके बारे में यहां जानते हैं...
ड्राई क्लीनिंग और कुछ नहीं बल्कि कपड़ों की सामान्य सफाई है जहां पानी और डिटर्जेंट के बजाय केमिकल सॉल्यूशंस और स्टीम का उपयोग करके 100 से ज्यादा कपड़े एक साथ धोए जाता है. कुछ कपड़ो को पानी नहीं धोया जा सकता है. क्योंकि वे कपड़े को नुकसान पहुंचाते हैं. ड्राई क्लीन से कपड़े फटने, घिसने, क्लर जाने का डर नहीं होता दाग, धब्बे आसानी से निकाल जाता है.
ड्राई क्लीनर्स कपड़ो को कैसे धोते हैं
ड्राई क्लीनर्स कपड़ो को धोने के लिए विशेष तरह का केमिकल का इस्तेमाल करते हैं वह परक्लोरोएथिलीन (Perchloroethylene) का इस्तेमाल करते हैं यह एक क्लोरीनेटेड सॉल्वेंट है. इसके अलावा वह पेट्रोलियम आधारित सॉल्वेंट्स इसमें स्टॉडार्ड सॉल्वेंट, हाइड्रोकार्बन सॉल्वेंट आदि मिला होता है.
ड्राई क्लीनिंग की प्रक्रिया
ड्राई क्लीनिंग के लिए बड़ा मशीन होता है. यह मशीन वॉशिंग की तरह ही होता है लेकिन बड़ा होता है.सबसे पहले कपड़ों को मशीन में रखा जाता है और दरवाजा बंद किया जाता है.फिर सॉल्वेंट डाला जाता और मशीन को ऑन किया जाता है. इसमें पानी और डिटर्जेंट का इस्तेमाल नहीं किया जाता है. मशीन अंदरूनी ड्रम को घुमाते हुए सॉल्वेंट को कपड़ों पर सर्कुलेट करती है जिससे कपड़े साफ होते हैं. 8-10 मिनट बाद मशीन बंद कर सॉल्वेंट को निकाल दिया जाता है और कपड़े सूखने के लिए निकाले जाते हैं.
जानें ड्राई क्लीनिंग महंगा क्यों है
ड्राई क्लीनिंग के बाद प्रेसिंग मशीन में कपड़े को एक समान रूप से सुखाने के लिए उन्हें मोड़कर रखा जाता है. इस प्रक्रिया को कई बार दोहराया जाता है ताकि कपड़ों की हर जगह से नमी निकल जाए. आखिर में, कपड़े को हैंगर पर टांग कर उनकी फाइनल प्रेसिंग की जाती है. इस तरह कपड़े ड्राई क्लीनिंग किया जाता है. केमिकल, पेट्रोलियम सॉल्वेंट्स काफी महंगे मिलते हैं इसलिए कपड़े जब ड्राई क्लीनिंग के लिए देते हैं तो उसकी कीमत 200-300 रुपए तक का लग जाता है.