कपड़ों को लेकर हम अक्सर काफी अलर्ट रहते हैं. क्योंकि यही हमारी पर्सनैलिटी को निखारने में मदद करते हैं. क्या आपने कभी किसी कपड़े को पहनकर कॉन्फिडेंस महसूस किया है या इनको लेकर कभी एहसास-ए-कमतरी का शिकार हुए हैं? बेशक कभी न कभी हम सभी ने अपने कपड़ों की वजह से परेशानियां उठाई हैं और कभी-कभी बहुत कॉन्फिडेंट भी फील किया है. इसमें तो कोई शक नहीं है कि कपड़े हमारे मूड और पर्सनैलिटी दोनों पर प्रभाव डालते हैं.    


कपड़े हमारे मूड और आत्मविश्वास पर कई प्रभाव डाल सकते हैं. हमारे द्वारा पहने जाने वाले कपड़े हमारी पर्सनैलिटी और बिहेवियर के बारे में काफी कुछ बयां कर सकते हैं. इसलिए अपने कपड़ों का चुनाव करते वक्त सिर्फ स्टाइल पर ही नहीं, बल्कि हर जरूरी चीज़ पर गौर करें. क्योंकि सही कपड़े आपके मूड को तो अच्छा रखेंगे ही, साथ ही साथ आपको कॉन्फिडेंट भी फील कराएंगे. 


कपड़े हमारे मूड और सेल्फ-कॉन्फिडेंस को कैसे प्रभावित करते हैं?


1. कन्फर्ट: जब हम कन्फर्टेबल कपड़े पहनते हैं तो ज्यादा आरामदायक और अच्छा महसूस करते हैं. और जह हम ज्यादा अच्छा महसूस करते हैं तो कॉन्फिडेंट का लेवल अपने आप बढ़ जाता है और मूड भी अच्छा रहता है.


2. स्टाइल: पर्सनल स्टाइल में सुधार करने वाले कपड़े भी आपको काफी अच्छा महसूस कराते हैं. ऐसे कपड़े आपके आत्मविश्वास को तो बढ़ाते ही हैं, साथ ही साथ आरामदायक भी महसूस कराते हैं. जब हमें लगने लगता है कि हम अच्छे दिख रहे हैं तो इस बात की संभावना काफी बढ़ जाती है कि हम खुद को लेकर कॉन्फिडेंट फील करेंगे.


3. ओकेज़न: किसी स्पेशल ओकेज़न के मुताबिक कपड़े पहनना भी आपको आत्मविश्वासी बना सकता है. जैसे इंटरव्यू के दौरान उसी के मुताबिक कपड़े पहने जाने चाहिए.


4. कलर: कपड़ों का कलर भी आपकी पर्सनैलिटी से जुड़ी कई बातों को उजागर करते हैं. अलग-अलग रंग अलग-अलग भावनाएं पैदा करते हैं. भड़कीले और चमकीले रंग के कपड़ों को आपको आम दिनों में पहनने से बचना चाहिए. क्योंकि इससे आपकी पर्सनैलिटी पर बुरा असर पड़ेगा.


कुल मिलाकर कपड़े पॉजिटिव और नेगेटिव दोनों ही तरीकों से हमारे मूड और सेल्फ-कॉन्फिडेंस को प्रभावित करते हैं. इसलिए हमेशा जगह और स्थिति के मुताबिक कपड़ों का चयन करें.


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