How To Get Rid Of Underarm Pigmentation In Men: अंडरआर्म्स का कालापन पुरुषों और महिलाओं दोनों में एक आम समस्या है. कई बार ये समस्या इतनी ज्यादा बढ़ जाती है कि व्यक्ति चाहकर भी स्लीवलेस कपड़े नहीं पहन पाता. अंडरआर्म पिगमेनटेशन (Underarm Pigmentation) के कई कारण होते हैं जेसे कई बार ये जेनेटिक्स की वजह से होता है तो कई बार ओबेसिटी की वजह से. इनके पीछे और भी बहुत से कारण होते हैं, जैसे हार्स केमिकल्स वाले डिओडरेंट यूज करना, डेड स्किन सेल्स का जमा होना या स्क्रब न करना. वजह जो भी हो इनसे मुक्ति के लिए ये उपाय अपना सकते हैं.


अपनी डाइट में फल और हरी सब्जियां शामिल करें –


अगर आपको ये समस्या औरों की तुलना में ज्यादा है तो अपनी डाइट में खूब सारे विटामिन्स और मिनरल्स शामिल करें. इसके लिए भरपूर मात्रा में फल, हरी सब्जियां, साबुत अनाज और प्रोटीन लें. इससे पिगमेनटेशन कम करने में मदद मिलती है.


हॉट वैक्सिंग से बचें –


अंडरआर्म्स के बाल हटाने के लिए हॉट वैक्सिंग एवॉएड करें. वैक्सिंग से स्किन की एक बहुत महीन लेयर हट जाती है जिससे इनफेक्शन और इरीटेशन होता है. लांग रन में बार-बार वैक्सिंग कराने से स्किन अपनी इलास्टिसिटी खो देती है और बाजूओं का अंदरूनी भाग काला होने लगता है. बेहतर होगा कि बाल हटाने के लिए आप शेविंग करें या लेजर हेयर रिडक्शन तकनीक अपनाएं.


केमिकल्स को कट करें –


डिओडरेंट का इस्तेमाल बहुत सोच-समझकर करें. ऐसे डिओडरेंट चुनें जो हार्स केमिकल्स से फ्री हों. जिनमें पैराबीन्स, ट्रायक्लोजन, एल्यूमिनियम वगैरह न हों. ये स्किन को काला करते हैं. इनसे इंफ्लेशन, सूजन और डार्कनिंग हो सकती है. कोशिश करें के नेचुरल फॉर्मूला वाले रोलऑन्स का प्रयोग करें जिनमें सेफ इंग्रीडिएंट्स हों न कि टॉक्सिन्स.


ग्लाइकोलिक एसिड का करें इस्तेमाल –


अंडरआर्म्स का कालापन दूर करने के लिए ग्लाइकोलिक एसिड को अच्छा माना जाता है. इसमें अच्छी एक्सफोलिएशन क्वालिटी होती है जिससे ये पसीने के बैक्टीरिया को बैलेंस करता है. आप इसे हफ्ते में एक बार अपनी अंडरआर्म्स साफ करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं. हालांकि कोई भी नया प्रोडक्ट यूज करने से पहले उसका पैच टेस्ट जरूर कर लें. अगर कोई भी समस्या महसूस हो तो इसे अंडरआर्म्स पर न लगाएं.


क्लीनिंग और स्क्रबिंग का रखें ध्यान –


चेहरे की ही तरह इस एरिया की क्लीनिंग और एक्सफोलिएशन भी जरूरी होता है. चूंकि ये एरिया फोल्ड रहता है और पसीने की वजह से गीलापन रहता है इसलिए यहां बैक्टीरिया पनपने के ज्यादा चांसेस होते हैं. बेहतर होगा पसीने की बदबू और कालापन दूर करने के लिए कम से कम हफ्ते में दो बार एक्सफोलिएशन जरूर करें.


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