प्यार एक ऐसा शब्द है जिसके बिना दूनिया अधूरी है.हम अपने जीवन में बहुत लोगों को प्यार करते हैं माता-पिता भाई-बहन, प्रेमी-प्रेमिका दादा-दादी आदि.प्रेम को दुनिया का सबसे सुंदर भावना कहा गया है. यह एक ऐसी भावना है जो किसी को दूसरे के प्रति जिम्मेदार बनाती है और हम दूसरों की अधिक देखभाल करने लगते हैं, लेकिन क्या कोई भी किसी भी समय प्रेम में पड़ सकता है या प्रेम में पड़ने के लिए कुछ विशेष कारण होते हैं, इस सभी प्रश्नों के जवाब अब भी रहस्यमय हैं. हालांकि, आज हम प्रेम के लिए कुछ विशेष कारणों की बात करेंगे.
कमिटमेंट
हम प्रेम में पड़ने के सबसे सामान्य कारणों की बात करें, तो ये किसी के प्रति इंटिमेसी, पैशन और कमिटमेंट की भावना हैं.
व्यक्ति उन्हें पसंद करता है
अक्सर आपने देखा होगा कि जब किसी को पता चलता है कि दूसरा व्यक्ति उन्हें पसंद करता है, तो उसको उससे प्रेम करने का कारण बन जाता है. ना चाहते हुए भी उस इंसान पर ध्यान जाता है. धीरे-धीरे दोनों के बीच एक ऐसा माहौल बनता है जैसे दोनों दुनिया से अलग महसूस करने लगते हैं और आपस में एक अलग ही फीलिंग शुरू होती है.
आई कॉन्टैक्ट
कभी-कभी एक अनजान 'आँखों का संपर्क' भी प्रेम में पड़ने का कारण बन सकता है.अगर दो लोग कभी-कभी एक दूसरे से मिले नहीं हैं और अचानक एक स्थान पर उनकी आँखें बहुत देर तक संपर्क में रहती हैं, तो इसे अक्सर देखा गया है कि वे एक दूसरे को गहराई से समझने के लिए उत्सुक हो जाते हैं और एक दूसरे को जानने की गहरी आकर्षण उत्पन्न होती है.यह प्रेम की शुरुआत हो सकती है.
हार्मोन्स
कभी-कभी हार्मोन्स प्रेम में पड़ने का एक मुख्य कारण बन सकते हैं.अगर कभी ऐसा हुआ है कि किसी को देखने के बाद आपका मुंह सुखने लगता है, गला सुखने लगता है, दिल तेज़ी से धड़कने लगता है, आपको एक अलग सा तनाव का अनुभव होता है, तो इसका यहां है कि शरीर में सेरोटोनिन, डोपामी, एड्रेनालीन जैसे हार्मोन्स बढ़ रहे हैं. यह कोकेन का सेवन करने के समान तरीके से दिमाग को प्रभावित करता है. इसे प्रेम में होने का लक्षण माना जाता है.