उच्च रक्तचाप एक ऐसी समस्या है, जिसे ज्यादातर बुजुर्गों की बीमारी के रूप में देखा जाता है. मगर हाई ब्लड प्रेशर सीवीडी के मुख्य जोखिम कारण बचपन में ही सामने आ सकते हैं जिससे बच्चे भी इसका शिकार हो सकते हैं. हाल ही में हुए एक शोध के अनुसार बच्चों में हाई ब्लड प्रेशर लगातार बढ़ रहा है, तो आइए आज हम आपको बताते हैं कि छोटे बच्चों में हाई ब्लड प्रेशर विकसित होने की संभावनाएं क्यों अधिक होती है.


बच्चों में हाई बीपी और आंखों की परेशानी
रिसर्च के अनुसार रेटिना में रक्त वाहिकाओं के विश्लेषण को वयस्कों में भविष्य में सीवीडी जोखिम के रूप में देखा गया है. रिसर्चर्स के अनुसार, बच्चों में दिल के रोगों और मृत्यु दर के विकास के लिए में हाई ब्लड प्रेशर एक प्रमुक कारण है. हाई ब्लड प्रेशर की वजह से कम उम्र में ही बच्चों की आंखों की रौशनी जाने का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में हाई ब्लड प्रेशर के बढ़ते खतरे की पहचान करने के लिए छोटे बच्चों में रेटिना माइक्रोवैस्कुलर स्वास्थ्य और रक्तचाप पर ध्यान देने के लिए प्राथमिक रोकथाम की आवश्यकता होती है. हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में जीवनशैली में बदलाव और शुरुआती उपचार से बच्चों को काफी हद तक मदद मिल सकती है.


बच्चों में रेटिनल ब्लड वेसेल्स CVD जोखिम की भविष्यवाणी करता है
एक हेल्थ संगठन के अनुसार रेटिना रक्त वाहिका माप के आधार पर चार साल से ज्यादा उम्र के बच्चों में हाई ब्लड प्रेशर के विकास को लेकर चेतावनी दी है. इस रिसर्च में बेसलाइन रक्तचाप और रेटिना धमनी माप के लिए, 2014 में, बेसल, स्विट्जरलैंड में 26 स्कूलों के छह से आठ साल के 262 बच्चों की जांच की. इस विश्लेषण के परिणामों से संकेत मिलता है कि बेसलाइन पर संकीर्ण रेटिना धमनी वाले बच्चे हाई सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर को बढ़ाते हैं.


संकीर्ण रेटिना धमनी का बढ़ रहा है खतरा
रिसर्च के निष्कर्षों के अनुसार बेसलाइन पर हाई ब्लड प्रेशर लेवल के बच्चों में वजन और कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस के आधार पर देखा गया है जिसमें संकीर्ण रेटिना धमनी का खतरा बढ़ता हुआ पाया गया है. शोधकर्ताओं के अनुसार रेटिनल माइक्रोवैस्कुलर हेल्थ और ब्लड प्रेशर मॉनिटरिंग के प्रारंभिक बचपन के आकलन से हार्ट जोखिम में सुधार हो सकता है.


बच्चों में कैसे कम करें उच्च रक्तचाप?
हाई ब्लड प्रेशर का इलाज बच्चों और बूढ़ों में एक समान है. जीवनशैली में बदलाव करके आपको इससे निजात पाने में काफी मदद मिल सकती है. अगर आपके बच्चे का हाई ब्लड प्रेशर है, तो आप इसके लिए कुछ उपाय कर सकते हैं-


- सुनिश्चित करें कि आपके बच्चे का वजन संतुलित हो क्योंकि मोटापा इसका एक प्रमुख कारण है.
- अपने बच्चे को भोजन में फल, सब्जी, साबुत अनाज, कम वसा वाले डेयरी प्रोडक्ट्स खिलाएं. इसके अलावा मछली और चिकन जैसे प्रोटीन शामिल करें.
- फैट और चीनी का सेवन एक सीमित मात्रा में करें. इसके साथ ही खाने में नमक का भी कम उपयोग करें.
- जंक फूड का सेवन कम कर दें और एक्सरसाइज करें.
- स्क्रीन समय को सीमित कर दें और बच्चों से अधिक से अधिक शारीरिक गतिविधियां करवाएं.


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