अचानक फैली कोरोना वायरस महामारी से दुनिया भर में हैंड सैनेटाइजर की कमी हो गई है. ऐसा नहीं है कि बाजार से हैंड सैनेटाइजर गायब हैं बल्कि मिल भी रहे हैं तो मनमानी कीमत पर. ऐसे में ये जानना अहम हो जाता है कि अगर दुनिया में हर एक शख्स को हैंड सैनेटाइजर मिल जाए तो कितनी जरूरत पड़ेगी.


बीमारी ने बढ़ाया हैंड सैनेटाइजर का महत्व


कोरोना वायरस महामारी के दौर में हैंड सैनेटाइजर का महत्व बढ़ गया है. संक्रमण से बचाव का एक उपाय हैंड सैनेटाइजर भी है. मगर बीमारी से पैदा हुई कमी के चलते लोगों को हासिल करने में संघर्ष करना पड़ रहा है. कुछ दिन पहले ब्रिटेन में सैनेटाइजर का स्टॉक सिर्फ एक दुकानदार के पास बचा था. उस वक्त 500 मिलिलीटर बोतल वाली हैंड सैनेटाइजर 30 पाउंड में बेची गई. जबकि कोरोना वायरस महामारी से पहले तक दस गुना कम कीमत पर मिल रही थी.


दुनिया में 3850 लाख लीटर की पड़ेगी जरूरत


अमेजन पर अल्कोहल युक्त सैनेटाइजर तलाश करने पर पता चलेगा कि बिक चुके हैं. अगर दुनिया में हर एक के पास हैंड सैनेटाइजर की एक छोटी बोतल हो तो इसका मतलब हुआ 3850 लाख लीटर की जरूरत. एरिजटन एजवायजरी एंड एंटेलीजेंस के शोधकर्ताओं के मुताबिक महामारी से पहले दुनिया में सिर्फ तीन लाख लीटर हैंड सैनेटाइजर तैयार किए जाते थे. जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन का अनुमान है कि चिकित्सा से जुड़े लोगों को ही महीने में 29 लाख हैंड सैनेटाइजर की जरूरत है.


मध्य प्रदेश: लॉकडाउन तोड़ सरकारी जीप में ड्राइविंग सीख रही SDM की पत्नी, वीडियो वायरल


सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की याचिका, कहा- क्या हम मीट-मछली पर भी आदेश दें? लोग नहीं खाएंगे, तो क्या हो जाएगा