हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी आजकल की लाइफस्टाइल में आम बात हो गई है. खराब लाइफस्टाइल और तनाव के कारण लोग हाई बीपी के शिकार बन रहे हैं. आपको बता दें कि केवल लाइफस्टाइल ही नहीं बल्कि उम्र, किडनी की बीमारियां, व्यायाम न करना, जेनेटिक वजह, मोटापा और कई से परेशानियों की वजह से भी हाई बीपी होने की सम्भावना बढ़ जाती है. पहले तो केवल बड़े-बुजुर्गो को ही बीपी की परेशानी होती थी, लेकिन आजकल बच्चों और युवाओं में भी ब्लड प्रेशर से जुड़ी समस्याएं हो रही है. ऐसे में बीपी होने के कारण खान-पानी के साथ ही साथ जीवनशैली भी बदलना मुख्य रूप से अनिवार्य हो जाता है.  कुछ लोगों को ये पता ही नहीं है कि  किस तरह से हाई बीपी को वर्कआउट के जरिए भी कम या कंट्रोल किया जा सकता है. 


योग तो हमेशा से ही सबसे ज़्यादा अच्छा तरीका माना गया है ऐसे में हाई बीपी को कम करने के लिए कई तरह के योगासन है, जिसकी मदद से आप रह सकते है हाई बीपी से निश्चिंत. तो चलिए जानिए कौन से ऐसे योगासन हैं जो हाई बीपी के मरीजों को करने से फायदा मिलता है. 


वीरासन- वीरासन सबसे ज़्यादा फायदेमंद माना जाता है, क्योकि कोई भी योग जिसमे सांस लेना शामिल है, वह हाई बीपी वालों के लिए अच्छा ही होता है. वीरासन करने से बीपी कंट्रोल में रहता है, नर्वस सिस्टम सही रहता है और तनाव काफी हद्द तक कम हो जाता है.


कैसे करें
1- जमीन पर घुटनों के बल बैठें
2- दोनों हाथों को घुटनों पर रखें
3- अपने हिप्स को एड़ियों के बीच में रखें और घुटनों के बीच दूरी को कम करें
4- नाभि को अंदर की ओर खीचें
5- कुछ समय ऐसे ही रहें 30  सेकंड बाद आराम करें


शवासन- शवासन करने से हाई बीपी का स्तर हो जाता है एकदम सही और शरीर को पहुंचता है आराम. 


कैसे करें
1- योगा मैट पर पीठ के बल लेटें
2- आँख बंद कर लें
3- पैरों को फैला लें
4- ऐसे में पैरों को आराम दें
5- दोनों हाथों को शरीर के दोनों साइड बिना टच करें रखें
6- हथेलियों को धीरे धीरे फैलाएं और पूर शरीर को आराम दें
7- गहरी और धीमी सांस लें और 30 सेकंड तक करें, फिर आराम करें


बालासन- बालासन करने से बीपी कंट्रोल में रहता है, शरीर रिलैक्स होता है और साथ ही हिप्स और रीढ़ की हड्डियों को भी फायदा मिलता है. 


कैसे करें
1-  योगा मैट पर वज्रासन में बैठें
2- धीरे-धीरे सांस लें और हाथों को सर के ऊपर ले जाएं
3- धीरे-धीरे सांस छोड़े और आगे की तरफ झुकें और माथे को ज़मीन पर टिका लें
4- ऐसा करते समय, श्वास प्रवाश का ध्यान दें
5- 30 सेकेंड तक ये योग करें फिर शरीर को आराम दें.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.


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