How to deal with dramatic sister-in-law: ससुराल में हर व्यक्ति का नेचर अलग होता है जिसे समझने में समय लगता है. हालांकि कुछ मामलों में काफी समय गुजरने के बाद सामने आता है कि कुछ रिश्ते संभालना बहुत मुश्किल है. अगर आपकी ननद भी उस कैटेगरी में आती हैं जिन्हें मैनेज करना आसान नहीं है तो कुछ बातों का ध्यान रखें ताकि रिश्ता भी न बिगड़े और आपका मानसिक सुकून भी न छिने.
ज्यादा एंटरटेन न करें –
कई बार कुछ लोग केवल अटेंशन ग्रैब करने या घर का माहौल खराब करने के लिए शोर मचाते रहते हैं. ऐसे लोगों को जितना एंटरटेन करो ये उतना सिर पर चढ़ते हैं. अगर आपकी ननद को भी बात-बात पर चिल्लाने या तमाशा करने में मजा आता है तो आप वहां से हट जाएं. उसकी कही बातों को दिल से न लगाएं और न ही उसकी हर समस्या दूर करने की कोशिश करें क्योंकि दरअसल समस्या है नहीं पैदा की जा रही है.
अपने रिएक्शन कंट्रोल करें –
ऐसे लोग फिराक में रहते हैं कि कब आप कुछ कहें और उसका बतंगड़ बने इसलिए कई बार बहुत बुरा लगने पर भी रिएक्शन या तो न दें या कंट्रोल में रहकर दें. ऐसे टॉक्सिक लोग पहले आपको उकसाते हैं और जब आप गुस्से में आकर कुछ ऊट-पटांग कह देते हैं तो उसका और इश्यू बनाते हैं.
बाउंड्री बनाएं –
तमाशे से घबराने का मतलब यह भी नहीं है कि आप उसकी हर बात को बर्दाश्त करते रहेंगे. बेहतर होगा कि उसके और अपने बीच एक बाउंड्री बना लें और ज्यादा इंटरैक्शन ही न करें. उसे बैठकर ये समझा दें कि तुम्हारी इन-इन बातों से मुझे ऐतराज है और घर में शांति बनी रहे इसके लिए जरूरी है कि हम इन-इन मामलों में अपनी राह अलग कर लें. अगर वह तब भी न माने तो आप उससे कम से कम बात करें.
अपने पार्टनर से डिस्कर करें –
इस पूरे मामले के बारे में अपने पार्टनर से जरूर डिस्कस करें. इससे एक तो आपको मेंटल सपोर्ट मिलता है दूसरा वे अपनी बहन को आपसे ज्यादा जानते होंगे. हो सकता है उससे डील करने का कोई तरीका आपके पति बता दें. ऐसा न भी हो तो भी उन्हें पता होना चाहिए कि घर में कोई है जिससे डील करने में आपको परेशानी आ रही है.
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