प्रेगनेन्सी अपने साथ खुशियों की बौछार और समस्याओं की भरमार लेकर आती है. ये समय किसी महिला की जिंदगी का सबसे महत्वपूर्ण होता है. एक तरफ उसे नए मेहमान का इंतजार रहता है, तो दूसरी तरफ स्वास्थ्य की कई समस्याओं से जूझना पड़ता है. इस दौरान एक आम समस्या एसिडिटी या पेट में जलन की होती है. लिहाजा, प्रेगनेन्सी को सुरक्षित बनाने के लिए स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विन्सी मैथ्यू ने कुछ घरेलू और प्रभावी उपाय सुझाए हैं. 


खाने के फौरन बाद लेट न जाएं- भोजन करते समय सीधे रहने के अलावा भोजन खाने के बाद भी आपको सीधा रहने की जरूरत होगी. ऐसा इसलिए क्योंकि लेटने से गैस्ट्रिक जूस वापस आ जाता है, जिससे एसिडिटी की समस्या होगी. गैस्ट्रिक जूस को वापस अपनी जगह रखने के लिए सोते समय अपने सिर को ऊंचा रखने की कोशिश करें.


थोड़ा और बार-बार दिन भर खाएं- इस दौरान आपको बड़ा भोजन खाने का मन कर सकता है. लेकिन उसके बजाए आप छोटा भोजन खाएं. आपको पेट की जलन से राहत पाने में मदद करने का इस समय ये एक शानदार हल है. उसके साथ कई दूसरे लक्षणों जैसे ब्लोटिंग और ऊर्जा की कमी का भी इलाज होगा. प्रेगनेन्ट महिलाओं को लंबे समय तक खाली पेट नहीं रहना चाहिए क्योंकि इससे कुछ अन्य समस्याओं के साथ एसिडिटी हो सकती है. बेहतर है कि दिन भर बार-बार थोड़ा खाएं. 


अपना भोजन धीरे-धीरे खाएं- धीरे-धीरे भोजन खाना और उसे अच्छे से चबाने की बहुत अहमियत है. ठीक तरीके से भोजन चबाना स्वस्थ पाचन प्रक्रियाओं की दिशा में पहला कदम है. ऐसा इसलिए क्योंकि आप जितना अधिक चबाएंगी, आपके पेट को उतना ही कम काम करना पड़ेगा. अगर आप जल्दबाजी में या बहुत ज्यादा भूखी भी हैं, तो एसिडिटी को रोकने के उद्देश्य से आपको धीरे-धीरे खाने की जरूरत होगी. 


डॉक्टर विन्सी मैथ्यू के मुताबिक, "डिनर के दौरान दूध का बड़ा ग्लास पीने के बजाए बेहतर है उसे खाने के बीच पीएं." ऐसा इसलिए क्योंकि भोजन के साथ बहुत ज्यादा तरल पदार्थ के मिलने पर पेट फूल जाएगा और पेट की जलन को खराब कर देगा. 


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