आम की अन्य किस्मों के बीच असली अल्फांसो की कैसे करें पहचान? रखें इन बातों का ध्यान
गर्मी के मौसम में आम विभिन्न किस्मों से भर जाते हैं. आम की एक किस्म अल्फांसो भी है. भीड़ के बीच में उसकी पहचान करना मुश्किल हो जाता है. लेकिन आप चंद सावधानियां बरतकर असली और नकली अल्फांसो आम के झांसे से बच सकते हैं.
भारत में आम लोकप्रिय रूप से फलों का राजा के तौर पर जाना जाता है और निश्चित रूप से ये सबसे ऊंची जगह पर होने योग्य है. गर्मी का पसंदीदा फल और आम की अन्य किस्मों के बीच, अल्फांसो (हापुस) आम बाजार में सबसे महंगा बिकता है. सभी उम्र के लिए इस फल से प्यार करते हैं औऱ उसके बहुत सारे स्वास्थ्य फायदे भी हैं. गर्मी का मौसम आने के साथ वास्तविक अल्फांसो आम की पहचान के रोचक तरीकों को जानना जरूरी है.
कुछ लोगों का मानना है आम की ऑनलाइन खरीदारी साक्षात खरीदारी से बिल्कुल अलग है. इसकी वजह ये है कि साक्षात खरीदारी में आपको आम छूने और पकड़ने की इजाजत होती है और जाहिरी शक्ल को देखकर बता सकते हैं कि ये असली है या नकली. कई बार ग्राहक छूट की पेशकश का शिकार हो जाते हैं या थोक खरीदारी के झांसे में आ जाते हैं, बिना ये सोचे हुए कि कोई क्यों खरीद से कम कीमत पर अल्फांसो आम की बिक्री करेगा. अगर आप आम की सत्यता की पुष्टि करना चाहते हैं और असली आम की तलाश में हैं, तो कुछ बातों का ध्यान रखना होगा.
असली अल्फांसो की कैसे करें पहचान
- असली आम केमिकल और कार्बाइड मुक्त होते हैं और प्राकृतिक तरीके से पके होते हैं.
- महाराष्ट्र के अल्फांसो आम में प्रमाणिकता की पुष्टि के लिए जीआई टैग इस्तेमाल होता है.
- असली अल्फांसो आम अधिकृत बिक्रेता जीआई टैग के तहत ग्राहकों तक सीधे पहुंचाते हैं.
- भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण की सभी गाइडलान्स का पालन किया जाता है.
- जीआई टैग का लाइसेंस प्राप्त यूजर अल्फांसो के नाम से आम की बिकवाली कर सकता है.
- हर आम बिक्रेता को अल्फांसो के तौर पर अपने फल का नाम रखने की इजाजत नहीं होती है.
- असली अल्फांसो की उत्पत्ति महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिला में देवगढ़ तालुका से जानी जाती है.
- महाराष्ट्र के आम की तुलना में अल्फांसो की अन्य किस्मों में बहुत ज्यादा मिठास नहीं होती है.
- असली अल्फांसो की पहचान सुगंध से फार्म या बाजार के आसपास रहकर भी की जा सकती है.
- सभी विभिन्न प्रकार के आम का आकार, रंग, महक, स्किन की बनावट अलग-अलग होती है.
- शक्ल के हिसाब से स्वाद अलग होता है, असली अल्फांसो को बनावट से पहचाना जा सकता है.
- ऑर्गेनिक रूप से उगाए गए आम में प्राकृतिक सुगंध और बनावट होती है, खरीदते वक्त रखें ध्यान.
- केमिकल के इस्तेमाल से पकाए गए आमों की सुगंध और बनावट बिल्कुल अलग होती है.
- अल्फांसो की खरीदारी करते वक्त छूने पर नरम और स्वाभाविक रूप से पके होने की जांच कर लें.
- प्राकृतिक रूप से पकाए गए आमों का रंग ढलान लिए पीला और हरा होता है.
- आम की स्किन और रंग उसकी गुणवत्ता के खुलासे में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.
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