कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना इंसानी सेहत के लिए ठीक नहीं है. इससे दिल समेत कई तरह की बीमारियां जन्म लेती हैं. हालांकि शरीर की हर कोशिका को जीवित रहने के लिए इसकी जरूरत होती है. मगर कोलेस्ट्रोल की बढ़ोतरी को कैसे संतुलित करें ?
दाल, मटर, छोले और फलियां कोलेस्ट्रोल कम करने में बहुत मुफीद होती हैं. कनाडा मेडिकल एसोसिएशन की एक पत्रिका में प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि रोजाना तीन चौथाई कप दालें खाने से Low-density lipoprotein कोलेस्ट्रोल में 5 फीसद तक की कमी करता है. कोलेस्ट्रोल दो तरह का होता है. High-density lipoprotein (HDL) और Low-density lipoprotein (LDL). एक कप पकी हुई दाल में सिर्फ 230 कैलोरी होती है. कनाडा में एक शोध के मुताबिक दालों का इस्तेमाल ब्लड प्रेशर को खतरनाक हद तक बढ़ने से रोकता है. दालें शरीर के खून को साफ करने में अहम भूमिका निभाती हैं. सभी दालों में आयरन पाया जाता है.
जौ कोलेस्ट्रोल में कमी लाने में सबसे बेहतरीन काम करता है. थाईलैंड में किए गए शोध से पता चला कि कोलेस्ट्रोल की ज्यादती वाले लोगों को चार हफ्तों के लिए जौ की दलिया (Oatmeal) या चावल की दलिया दी गई. जिन लोगों ने दलिया का इस्तेमाल किया उनके पूरे कोलेस्ट्रोल में पांच फीसद की कमी पाई गई जबकि हानिकारक कोलेस्ट्रोल यानी (LDL) में 10 फीसद कमी देखने को मिली. जौ के दलिये से भरे प्याले में फाइबर, आयरन, प्रोटीन और विटामिन B1 भरपूर होता है. इसको खुराक में शामिल करने का मतलब कोलेस्ट्रोल की वजह से होनेवाली दिल की बीमारियां, ब्लड शूगर की कमी का पाया जाना. बादाम के फायदे पर न्यूट्रिशियन पत्रिका में प्रकाशित एक लेख में बताया गया कि 8 बादाम सेहतमंद कोलेस्ट्रोल यानी (HDL) के स्तर को बढ़ाने का काम करता है. छह हफ्ते सेहतमंद कोलेस्ट्रोल का स्तर 12 से 14 फीसद और 12 हफ्तों में ये स्तर 14-16 फीसद तक बढ़ जाता है.
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