Kids Fight Issue: कई बार बहन-भाई या कोई भी दो सिबलिंग आप में झगड़ते हैं तो समझ ही नहीं आता है कि मामला कैसे सुलझायें. एक को शांत करने में दूसरा बच्चा रोता है. सिंगल चाइल्ड भी कई बार दूसरे किसी बच्चे से फाइट करता है तो उनके मैटर को भी सॉल्व करना टफ होता है. आज हम आपका बताएंगे 2 बच्चों के झगड़े को दूर करने के लिये आसान टिप्स जो आप अगली बार जरूर ट्राई करें 


1-अच्छे रैफरी बनें- 2 या उससे ज्यादा बच्चे साथ खेलते हैं तो वो आपस में खूब लड़ते भी है. भाई-बहनों या फ्रेंड्स के बीच चाहे कितनी भी अच्छी बॉन्डिंग हो वो किसी ना किसी बात पर लड़ बैठते हैं. ऐसे में एक स्मार्ट रैफरी की तरह उनके झगड़े को शांत करें और ऐसे रूल बनायें ताकि वो कम फाइट करें. झगड़े के बाद उनको आपस में एक दूसरे से सॉरी बुलवायें, हैंडशेक या गले लगवायें.


2-झगड़े से परेशान ना हों- बच्चों के बीच किसी भी तरह के कॉन्फ्लिक्ट को पहले पॉजिटिव मैनर में लेना सीखें और यही बात बच्चों को भी समझायें कि लड़ाई झगड़ा होता रहता है. लड़ाई का मतलब ये नहीं कि आप परेशान हो या बच्चों से मारपीट करें. 


3-प्यार की भाषा सबसे अच्छी- बच्चों के झगड़े में उन्हें डांटने या मारने के बजाए प्यार से समझाने की कोशिश करें. उनको समझायें कि वो फाइट करेंगे तो उनके कोई फ्रेंड्स नहीं बनेंगे फिर वो किसके साथ खेलेंगे. उनको कोई स्टोरी से उदाहरण दे सकते हैं. 


4-अपना बिहेव रखें सही- बच्चे जो देखते हैं वही करते हैं इसलिये सबसे पहले अपना बिहेवियर सही रखें . बच्चों के सामने बहसबाजी या लड़ाई झगड़े से बचें साथ ही उनसे सॉफ्ट आवाज में बात करें. खुद उनको शेयरिंग सिखायें तो बच्चा वही फॉलो करेगा


5-गलत आदत पर टोकें- प्यार से समझाने का मतलब ये नहीं कि बच्चों को उनकी बुरी आदतों पर रोका ना जाये.  अगर बच्चा पहले से हिट करता है या दूसरे बच्चे को टीज करता है तो उसे तुरंत समझायें.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.


ये भी पढ़ें: Parenting Tips: क्या आपके बच्चे की थाली में शामिल होती हैं ये चीजें, नहीं तो सेहत पर होगा बुरा असर